गीत गजल कविता
Song Lyric Kavita Geet Gazal Bhajan and Everything
रविवार, 24 अक्तूबर 2010
अकेले हैं चले आओ जहाँ हो
Singer: Mohd. Rafi
अकेले हैं चले आओ जहाँ हो
कहाँ आवाज़ दें तुमको कहाँ हो
तुम्हें हम ढूँढते हैं हमें दिल ढूँढता है
न अब मंज़िल है कोई न कोई रास्ता है
ये तनहाई का आलम और इस पर आपका ग़म
न जीते हैं न मरते बताओ क्या करें हम
(चले आओ, चले आओ, चले आओ)
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