Singers: Mohd. Rafi and Lata Mangeshkar
साजन ये मत जानियो तो बिछड़े मोहे चैन
जैसे जल बिन माछली तड़पत हूँ दिन रैन
पत्ता टूटा डार से ले गयी पवन उड़ाए
अब के बिछड़े कब मिलें दूर पड़े है जाए
पिया कैसे मिलूँ तुझसे मेरे पाँव पड़ी ज़ंजीर
हृदय में अग्नि सुलगे नैनन से बरसे नीर
मेरे पाँव पड़ी ज़ंजीर
दुनिया से है क्या शिकवा मेरी रूठ गयी तक़दीर
लाख जतन कर हार गया सूझे न कोई तदबीर
मेरी रूठ गई तक़दीर
कैसे दूर करूँ ये दूरी समझ नहीं मैं पाती जी
जो मैं होती बन की चिड़िया पंख लगा उड़ आती
उड़ने लगी थी उड़ न सकी क़िस्मत ने मारा तीर
फूल मिले कम काँटे ज़्यादा बीज ये कैसा बोया जी ओ
मालिक तेरे जग में जिसने प्यार किया वो रोया
आँसू के रंग में रंग डाली प्यार की ये तस्वीर