Singers: Mohd. Rafi and Suman Kalyanpur
ठहरिए होश में आ लूँ, तो चले जाइएगा
उह हुँह
आपको दिल में बिठा लूँ, तो चले जाइएगा
उह हुँह
आपको दिल में बिठा लूँ
कब तलक रहिएगा यूँ दूर की चाहत बनके
दिल में आ जाइए इक़रार-ए-मुहब्बत बनके
अपनी तक़दीर बना लूँ, तो चले जाइएगा
उह हुँह
आपको दिल में बिठा लूँ, तो चले जाइएगा
आपको दिल में बिठा लूँ
मुझको इक़रार-ए-मुहब्बत पे हया आती है
बात कहते हुए गरदन मेरी झुक जाती है
देखिये सर को झुका लूँ, तो चले जाइएगा
उह हुँह
हाय, आपको दिल में बिठा लूँ
ऐसी क्या शर्म ज़रा पास तो आने दीजे
रुख से बिखरी हुई ज़ुल्फ़ें तो हटाने दीजे
प्यास आँखों की बुझा लूँ, तो चले जाइएगा
ठहरिए होश में आ लूँ, तो चले जाइएगा
आपको दिल में बिठा लूँ, तो चले जाइएगा
आपको दिल में बिठा लूँ