Movie/Album: श्री ४२० (1955)
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर, मुकेश
ईचक दाना बीचक दाना
दाने ऊपर दाना
ईचक दाना
छज्जे ऊपर लड़की नाचे
लड़का है दीवाना
ईचक दाना
बोलो क्या?
अनार
ईचक...
छोटी सी छोकरी, लालबाई नाम है
पहने वो घाघरा, एक पैसा दाम है
मुँह में सबके आग लगाये आता है रुलाना
ईचक दाना
बोलो क्या?
मिर्ची !!
हरी थी मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी
राजा जी के बाग़ में दुशाला ओढ़े खड़ी थी
कच्चे-पक्के बाल हैं उसके मुखड़ा है सुहाना
ईचक दाना...
बोलो क्या? बोलो बोलो
बुड्ढी !!
भुट्टा !!
एक जानवर ऐसा जिसके दुम पर पैसा
सर पे है ताज भी बादशाह के जैसा
बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना
ईचक दाना
बोलो क्या? बोलो ना
मोर !!
चालें वो चलकर दिल में समाया
आ ही गया वो, किया है सफ़ाया
तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना
ईचक दाना...
बोलो क्या?
ग़म?
हम!
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर, मुकेश
ईचक दाना बीचक दाना
दाने ऊपर दाना
ईचक दाना
छज्जे ऊपर लड़की नाचे
लड़का है दीवाना
ईचक दाना
बोलो क्या?
अनार
ईचक...
छोटी सी छोकरी, लालबाई नाम है
पहने वो घाघरा, एक पैसा दाम है
मुँह में सबके आग लगाये आता है रुलाना
ईचक दाना
बोलो क्या?
मिर्ची !!
हरी थी मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी
राजा जी के बाग़ में दुशाला ओढ़े खड़ी थी
कच्चे-पक्के बाल हैं उसके मुखड़ा है सुहाना
ईचक दाना...
बोलो क्या? बोलो बोलो
बुड्ढी !!
भुट्टा !!
एक जानवर ऐसा जिसके दुम पर पैसा
सर पे है ताज भी बादशाह के जैसा
बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना
ईचक दाना
बोलो क्या? बोलो ना
मोर !!
चालें वो चलकर दिल में समाया
आ ही गया वो, किया है सफ़ाया
तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना
ईचक दाना...
बोलो क्या?
ग़म?
हम!