Movie/Album: काला पानी (1958)
Music By: एस.डी.बर्मनLyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मो.रफ़ी, आशा भोंसले
अच्छा जी मैं हारी, चलो, मान जाओ ना
देखी सबकी यारी, मेरा दिल, जलाओ ना
छोटे से क़ुसूर पे, ऐसे हो खफ़ा
रूठे तो हुज़ूर थे, मेरी क्या खता
देखो दिल ना तोड़ो
छोड़ो हाथ छोड़ो
छोड़ दिया तो हाथ मलोगे, समझे?
अजी समझे!
अच्छा जी मैं हारी, चलो...
जीवन के ये रास्ते, लम्बे हैं सनम
काटेंगे ये ज़िंदगी, ठोकर खा के हम
ज़ालिम साथ देले
अच्छे हम अकेले
चार कदम भी चल न सकोगे, समझे?
हाँ समझे!
अच्छा जी मैं हारी, चलो...
जाओ रह सकोगे ना, तुम भी चैन से
तुम तो खैर लूटना जीने के मज़े
क्या करना है जी के
हो रहना किसी के
हम ना रहे तो याद करोगे, समझे?
समझे!
अच्छा जी मैं हारी, चलो...