Movie/Album: गाईड (1965)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मो.रफ़ी
दिन ढल जाये हाय, रात ना जाए
तू तो न आए तेरी, याद सताये
दिन ढल जाये हाय
प्यार में जिनके, सब जग छोड़ा और हुए बदनाम
उनके ही हाथों, हाल हुआ ये, बैठे हैं दिल को थाम
अपने कभी थे, अब हैं पराये
दिन ढल जाये...
ऐसी ही रिमझिम, ऐसी फ़ुहारें, ऐसी ही थी बरसात
खुद से जुदा और जग से पराये, हम दोनों थे साथ
फिर से वो सावन, अब क्यूँ न आये
दिन ढल जाये...
दिल के मेरे, पास हो इतने, फिर भी हो कितनी दूर
तुम मुझसे, मैं दिल से परेशाँ, दोनों हैं मजबूर
ऐसे में किसको, कौन मनाये
दिन ढल जाये...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मो.रफ़ी
दिन ढल जाये हाय, रात ना जाए
तू तो न आए तेरी, याद सताये
दिन ढल जाये हाय
प्यार में जिनके, सब जग छोड़ा और हुए बदनाम
उनके ही हाथों, हाल हुआ ये, बैठे हैं दिल को थाम
अपने कभी थे, अब हैं पराये
दिन ढल जाये...
ऐसी ही रिमझिम, ऐसी फ़ुहारें, ऐसी ही थी बरसात
खुद से जुदा और जग से पराये, हम दोनों थे साथ
फिर से वो सावन, अब क्यूँ न आये
दिन ढल जाये...
दिल के मेरे, पास हो इतने, फिर भी हो कितनी दूर
तुम मुझसे, मैं दिल से परेशाँ, दोनों हैं मजबूर
ऐसे में किसको, कौन मनाये
दिन ढल जाये...