Movie/Album: कश्मीर की कली (1964)
Music By: ओ.पी.नैय्यर
Lyrics By: एस.एच.बिहारी
Performed By: मो.रफ़ी
(ये देखके दिल झूमा
ली प्यार ने अंगड़ाई)
दीवाना हुआ बादल
सावन की घटा छाई
ये देखके दिल झूमा
ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल...
ऐसी तो मेरी तक़दीर न थी
तुमसा जो कोई महबूब मिले
दिल आज खुशी से पागल है
ऐ जान-ए-वफ़ा तुम खूब मिले
दिल क्यूँ ना बने पागल
क्या तुमने अदा पाई
ये देखके दिल झूमा...
जब तुमसे नज़र टकराई सनम
जज़्बात का इक तूफ़ान उठा
तिनके की तरह मैं बह निकली
सैलाब मेरे रोके न रुका
जीवन में मची हलचल
और बजने लगी शहनाई
ये देखके दिल झूमा...
है आज नये अरमानों से
आबाद मेरी दिल की नगरी
बरसों से खिज़ां का मौसम था
वीरान बड़ी दुनिया थी मेरी
हाथों में तेरा आँचल
आया जो बहार आई
ये देखके दिल झूमा...
Music By: ओ.पी.नैय्यर
Lyrics By: एस.एच.बिहारी
Performed By: मो.रफ़ी
(ये देखके दिल झूमा
ली प्यार ने अंगड़ाई)
दीवाना हुआ बादल
सावन की घटा छाई
ये देखके दिल झूमा
ली प्यार ने अंगड़ाई
दीवाना हुआ बादल...
ऐसी तो मेरी तक़दीर न थी
तुमसा जो कोई महबूब मिले
दिल आज खुशी से पागल है
ऐ जान-ए-वफ़ा तुम खूब मिले
दिल क्यूँ ना बने पागल
क्या तुमने अदा पाई
ये देखके दिल झूमा...
जब तुमसे नज़र टकराई सनम
जज़्बात का इक तूफ़ान उठा
तिनके की तरह मैं बह निकली
सैलाब मेरे रोके न रुका
जीवन में मची हलचल
और बजने लगी शहनाई
ये देखके दिल झूमा...
है आज नये अरमानों से
आबाद मेरी दिल की नगरी
बरसों से खिज़ां का मौसम था
वीरान बड़ी दुनिया थी मेरी
हाथों में तेरा आँचल
आया जो बहार आई
ये देखके दिल झूमा...