Movie/Album: इसक (2013)
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: मयूर पूरी
Performed By: मोहित चौहान, स्मिता जैन
एकल (सोलो)
कुछ रेशमी है, कुछ खुरदुरा
अभी बह चला है, अभी है रुका
हाथ में है रेत सा
इसक तेरा
उस पार तू है, इस पार मैं
लगता है डूबूंगा इस बार मैं
जाने कहाँ है ले चला
इसक तेरा
सारे जहां से है जुदा
इसक तेरा
तू मेरे मैं तेरे सामने जब तलक
ये ज़मीं ये फलक खूबसूरत लगे
किश्त में है मिली आज की ये खुशी
गिन रखे हैं मगर कल के लम्हें सभी
कुछ देर तुझको भी तक लूँगा मैं
पलकों की तारों में रख लूँगा मैं
है सुबह के ख़्वाब सा
इसक तेरा...
युगल (डूएट)
हम जियें, जिस तरह
जिस तरह, हम जियें
यार हैरान थे, लोग भी दंग थे
बिन तेरे नाम के, जो कहे, जो सुने
लफ्ज़ तो थे मगर, मायने तंग थे
रौनक नयी सी है, किस किस्म की
रग रग है खिल सी गयी, इस जिस्म की
रूह पे बरस गया
इसक तेरा
हाथ में है रेत सा
इसक तेरा
उस पार तू है, इस पार मैं
लगता है डूबूंगा इस बार मैं
जाने कहाँ है ले चला
इसक तेरा
हाथों में है रेत सा
इसक तेरा
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: मयूर पूरी
Performed By: मोहित चौहान, स्मिता जैन
एकल (सोलो)
कुछ रेशमी है, कुछ खुरदुरा
अभी बह चला है, अभी है रुका
हाथ में है रेत सा
इसक तेरा
उस पार तू है, इस पार मैं
लगता है डूबूंगा इस बार मैं
जाने कहाँ है ले चला
इसक तेरा
सारे जहां से है जुदा
इसक तेरा
तू मेरे मैं तेरे सामने जब तलक
ये ज़मीं ये फलक खूबसूरत लगे
किश्त में है मिली आज की ये खुशी
गिन रखे हैं मगर कल के लम्हें सभी
कुछ देर तुझको भी तक लूँगा मैं
पलकों की तारों में रख लूँगा मैं
है सुबह के ख़्वाब सा
इसक तेरा...
युगल (डूएट)
हम जियें, जिस तरह
जिस तरह, हम जियें
यार हैरान थे, लोग भी दंग थे
बिन तेरे नाम के, जो कहे, जो सुने
लफ्ज़ तो थे मगर, मायने तंग थे
रौनक नयी सी है, किस किस्म की
रग रग है खिल सी गयी, इस जिस्म की
रूह पे बरस गया
इसक तेरा
हाथ में है रेत सा
इसक तेरा
उस पार तू है, इस पार मैं
लगता है डूबूंगा इस बार मैं
जाने कहाँ है ले चला
इसक तेरा
हाथों में है रेत सा
इसक तेरा