Movie/Album: प्रेम पुजारी (1970)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: किशोर कुमार
शोखियों में घोला जाये, फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलायी जाये, थोड़ी सी शराब
होगा यूं नशा जो तैयार, वो प्यार है
हँसता हुआ बचपन वो, बहका हुआ मौसम है
छेड़ो तो इक शोला है, छूलो तो बस शबनम है
गाँव में, मेले में, राह में, अकेले में
आता जो याद बार-बार वो, प्यार है
शोखियों में घोला जाये...
रंग में पिघले सोना, अंग से यूं रस झलके
जैसे बजे धुन कोई, रात में हल्के हल्के
धूप में, छाँव में, झूमती हवाओं में
हर दम करे जो इन्तज़ार वो, प्यार है
शोखियों में घोला जाये...
याद अगर वो आये, कैसे कटे तनहाई
सूने शहर में जैसे, बजने लगे शहनाई
आना हो, जाना हो, कैसा भी ज़माना हो
उतरे कभी ना जो खुमार वो, प्यार है
शोखियों में घोला जाये...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: किशोर कुमार
शोखियों में घोला जाये, फूलों का शबाब
उसमें फिर मिलायी जाये, थोड़ी सी शराब
होगा यूं नशा जो तैयार, वो प्यार है
हँसता हुआ बचपन वो, बहका हुआ मौसम है
छेड़ो तो इक शोला है, छूलो तो बस शबनम है
गाँव में, मेले में, राह में, अकेले में
आता जो याद बार-बार वो, प्यार है
शोखियों में घोला जाये...
रंग में पिघले सोना, अंग से यूं रस झलके
जैसे बजे धुन कोई, रात में हल्के हल्के
धूप में, छाँव में, झूमती हवाओं में
हर दम करे जो इन्तज़ार वो, प्यार है
शोखियों में घोला जाये...
याद अगर वो आये, कैसे कटे तनहाई
सूने शहर में जैसे, बजने लगे शहनाई
आना हो, जाना हो, कैसा भी ज़माना हो
उतरे कभी ना जो खुमार वो, प्यार है
शोखियों में घोला जाये...