Movie/Album: खामोशी - द म्यूज़िकल (1996)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: कविता कृष्णमूर्ती
ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की ज़ुबां
ऐ मेरे हमनशी, मैं वहाँ, तू जहाँ
मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
गीत में है, साज में है, तू ही तू, नगमा कहाँ
ये दिल सुन रहा है...
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा, मैं भी क्या, तू भी क्या
ये ज़मीं हम, आसमां हम, अब हमें जाना कहाँ
ये दिल सुन रहा है...
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: कविता कृष्णमूर्ती
ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की ज़ुबां
ऐ मेरे हमनशी, मैं वहाँ, तू जहाँ
मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
गीत में है, साज में है, तू ही तू, नगमा कहाँ
ये दिल सुन रहा है...
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा, मैं भी क्या, तू भी क्या
ये ज़मीं हम, आसमां हम, अब हमें जाना कहाँ
ये दिल सुन रहा है...