Singer: Mohd. Rafi
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
न तो परवाना और न दीवाना, मैं किसी महफ़िल का
सूनी सूनी राहें, थामती हैं बाहें, ग़म किसे मंज़िल का
मैं तो हूँ राही दिल का
जैसे कभी प्यारे झील के किनारे, हंस अकेला निकले
वैसे ही देखोजी, यह मन मौजी, मौजों के सीने पे चले
चाँद सितारों के तले