Singer: Lata Mangeshkar
इस इंतेज़ार-ए-शौक़ को जलवों की आस है
इक शम्मा जल रही है, सो वो भी उदास है
मुहब्बत ऐसी धड़कन है, जो समझाई नहीं जाती
ज़ुबां पर दिल की बेचैनी, कभी लाई नहीं जाती
चले आओ, चले आओ, तक़ाज़ा है निगाहों का
किसी की आरज़ू ऐसे, तो ठुकराई नहीं जाती
मेरे दिल ने बिछाए हैं सजदे आज राहों में
जो हालत आशिक़ी की है, वो बतलाई नहीं जाती