Singer: Lata Mangeshkar
एक तू ना मिला, सारी दुनिया मिले भी तो क्या है
मेरा दिल ना खिला, सारी बगिया खिले भी तो क्या है
धरती हूँ मैं और तू हैं गगन, होगा कहाँ तेरा मेरा मिलन
लाख पहरे यहाँ, प्यार दिल में पले भी तो क्या है
तक़दीर की मैं कोई भूल हूँ, डाली से बिछड़ा हुआ फूल हूँ
साथ तेरा नहीं, संग दुनिया चले भी तो क्या है
तुझसे लिपटकर जो रो लेते हम, आँसू नहीं थे ये मोती से कम
तेरा दामन नहीं, ये आँसू ढले भी तो क्या है