Singer: Asha Bhosle
जब चली ठंढी हवा, जब उठी काली घटा
मुझको ऐ जान-ए-वफ़ा तुम याद आए
ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसीं
बिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहीं
क्या मज़ा आता सनम, आज भूले से कहीं
तुम भी आ जाते यहीं, तुम भी आ जाते यहीं
ये बहारें ये फ़िज़ा, देखकर ओ दिलरुबा
जाने क्या दिल को हुआ, तुम याद आए
ये नज़ारे ये समाँ, और फिर इतने जवाँ
हाये रे ये मस्तियाँ, हाये रे ये मस्तियाँ
ऐसा लगता है मुझे, जैसे तुम नज़दीक हो
इस चमन से जान-ए-जां, इस चमन से जान-ए-जां
सुनके पी पी की सदा, दिल धड़कता है मेरा
आज पहले से सिवा, तुम याद आए