Movie/Album: पड़ोसन (1968)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: राजिंदर कृषण
Performed By: लता मंगेशकर, आशा भोंसले
मैं चली मैं चली, देखो प्यार की गली
मुझे रोके न कोई, मैं चली मैं चली
न न ना मेरी जां, देखो जाना न वहाँ
कोई प्यार का लुटेरा, लूटे न मेरी जां
मैं चली मैं चली...
ये फ़िज़ा, ये हवा, ये नज़ारे, ये समां
अब प्यार न हुआ तो फिर कब होगा
कोई खेल तो नहीं, ये है प्यार मेरी जां
तुझे पता भी न चलेगा ये जब होगा
मैं चली मैं चली...
है दीवानी ये जवानी, कोई समझा ये क्या
कब रोकने से रुकते हैं दीवाने
तू है अभी नादां, ज़रा सोच मेरी जां
रोज़ आते नहीं दिन ऐसे मस्ताने
न न ना मेरी जां...
कहीं आँख ना मिली, कहीं दिल न लगा
तो ये प्यार का ज़माना किस काम आया
ओ ये रुत, ये घटा, बोलो सोचेगी क्या
जो किसी का न होठों पे नाम आया
मैं चली मैं चली...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: राजिंदर कृषण
Performed By: लता मंगेशकर, आशा भोंसले
मैं चली मैं चली, देखो प्यार की गली
मुझे रोके न कोई, मैं चली मैं चली
न न ना मेरी जां, देखो जाना न वहाँ
कोई प्यार का लुटेरा, लूटे न मेरी जां
मैं चली मैं चली...
ये फ़िज़ा, ये हवा, ये नज़ारे, ये समां
अब प्यार न हुआ तो फिर कब होगा
कोई खेल तो नहीं, ये है प्यार मेरी जां
तुझे पता भी न चलेगा ये जब होगा
मैं चली मैं चली...
है दीवानी ये जवानी, कोई समझा ये क्या
कब रोकने से रुकते हैं दीवाने
तू है अभी नादां, ज़रा सोच मेरी जां
रोज़ आते नहीं दिन ऐसे मस्ताने
न न ना मेरी जां...
कहीं आँख ना मिली, कहीं दिल न लगा
तो ये प्यार का ज़माना किस काम आया
ओ ये रुत, ये घटा, बोलो सोचेगी क्या
जो किसी का न होठों पे नाम आया
मैं चली मैं चली...