Singer: Lata Mangeshkar
यूँ हसरतों के दाग़ मुहब्बत में धो लिये
खुद दिल से दिल की बात कही, और रो लिये
घर से चले थे हम तो ख़ुशी की तलाश में
ग़म राह में खड़े थे वही साथ हो लिये
खुद दिल से दिल की बात कही, और रो लिये
मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है
अब आप की ख़ुशी इसे काँटों में तोलिये
खुद दिल से दिल की बात कही, और रो लिये
होंठों को सी चुके तो ज़माने ने ये कहा
ये चुप सी क्यूँ लगी है अजी कुछ तो बोलिये
खुद दिल से दिल की बात कही, और रो लिये
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