Movie/Album: रंगीले (2012)
Music By: कैलासा, कैलाश खेर, परेश कामथ, नरेश कामथ
Lyrics By: कैलाश खेर
Performed By: कैलाश खेर, परेश कामथ, नरेश कामथ
(मेरा मन) उछला तो अम्बर की कोली भर के चिपका
पिघला तो सूरज को चूमने को लपका
गुना, भाग, जोड़, हो (तो)
हर फंदे का तोड़ हो
भर-भर घूँट होश के तो पी ले
ओ रंगीले, हाँ रंगीले
ओक से तो पी ले
ज़रा ओक से तो पी ले
एक दो बार, दो-दो चार
फंसा ले फंसा
कर के देख, मर के देख
जीने का मज़ा
घोट-घोट पी ले जो इश्क दा बूटा
धुन रे धुन, दिल की सुन
क्या सच्चा झूठा
उड़ जा और चहक ज़रा
झूम और महक ज़रा
सत्कर्मों के खा ले फल रसीले
ओ रंगीले...
कर ले पार, जो मझधार
है तेरी नौका
ले के चाव, भर ले दांव
यही है मौका
इक्का हो या दुक्का हो
तीया, या चौका
बन संवर, ले हुनर, किसने है रोका
हवा सा नशीला बन, मेघ सा रसीला बन
जुगनूँ जैसा जगमगाके जी ले
ओ रंगीले...
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Music By: कैलासा, कैलाश खेर, परेश कामथ, नरेश कामथ
Lyrics By: कैलाश खेर
Performed By: कैलाश खेर, परेश कामथ, नरेश कामथ
(मेरा मन) उछला तो अम्बर की कोली भर के चिपका
पिघला तो सूरज को चूमने को लपका
गुना, भाग, जोड़, हो (तो)
हर फंदे का तोड़ हो
भर-भर घूँट होश के तो पी ले
ओ रंगीले, हाँ रंगीले
ओक से तो पी ले
ज़रा ओक से तो पी ले
एक दो बार, दो-दो चार
फंसा ले फंसा
कर के देख, मर के देख
जीने का मज़ा
घोट-घोट पी ले जो इश्क दा बूटा
धुन रे धुन, दिल की सुन
क्या सच्चा झूठा
उड़ जा और चहक ज़रा
झूम और महक ज़रा
सत्कर्मों के खा ले फल रसीले
ओ रंगीले...
कर ले पार, जो मझधार
है तेरी नौका
ले के चाव, भर ले दांव
यही है मौका
इक्का हो या दुक्का हो
तीया, या चौका
बन संवर, ले हुनर, किसने है रोका
हवा सा नशीला बन, मेघ सा रसीला बन
जुगनूँ जैसा जगमगाके जी ले
ओ रंगीले...