Movie/Album: चरस (1976)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर, आनंद बक्षी
दिल इंसान का एक तराजू जो इंसाफ़ को तौले
अपनी जगह पर प्यार है क़ायम धरती-अम्बर डोले
सबसे बड़ा सच एक जगत में भेद अनेक जो खोले
प्रेम बिना जीवन सूना ये पागल प्रेमी बोले
के आजा तेरी याद आई
ओ बालम हरजाई
के आजा तेरी...
ज़ालिम कितनी देर लगा दी, तुमने आते-आते
अब आए हो, अब न आते तो हम जान से जाते
दिल दीवाना दीवाने को हम कैसे समझाते
कहते राम-दुहाई
के आजा तेरी याद...
फ़ुरसत भी है, मौसम भी है, मन है रंगरलियों में
छुप गई है तू ख़ुश्बू बनके शायद इन कलियों में
मैंने तुझको कितना ढूँढा आवारा गलियों में
ये आवाज़ लगाई
के आजा तेरी याद...
मस्त हवा ने बात कोई ऐसी कह दी कानों में
जैसे कोई मदिरा भर दे खाली पैमानों में
तड़पाया आज मचलते दिल के अरमानों ने
रुत ने ली अंगड़ाई
के आजा तेरी याद...
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Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर, आनंद बक्षी
दिल इंसान का एक तराजू जो इंसाफ़ को तौले
अपनी जगह पर प्यार है क़ायम धरती-अम्बर डोले
सबसे बड़ा सच एक जगत में भेद अनेक जो खोले
प्रेम बिना जीवन सूना ये पागल प्रेमी बोले
के आजा तेरी याद आई
ओ बालम हरजाई
के आजा तेरी...
ज़ालिम कितनी देर लगा दी, तुमने आते-आते
अब आए हो, अब न आते तो हम जान से जाते
दिल दीवाना दीवाने को हम कैसे समझाते
कहते राम-दुहाई
के आजा तेरी याद...
फ़ुरसत भी है, मौसम भी है, मन है रंगरलियों में
छुप गई है तू ख़ुश्बू बनके शायद इन कलियों में
मैंने तुझको कितना ढूँढा आवारा गलियों में
ये आवाज़ लगाई
के आजा तेरी याद...
मस्त हवा ने बात कोई ऐसी कह दी कानों में
जैसे कोई मदिरा भर दे खाली पैमानों में
तड़पाया आज मचलते दिल के अरमानों ने
रुत ने ली अंगड़ाई
के आजा तेरी याद...