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मंगलवार, 19 नवंबर 2013

दुपट्टा मेरा मलमल का - Dupatta Mera Malmal Ka (Asha, Geeta, Adalat)



Movie/Album: अदालत (1958)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजेन्द्र कृष्ण
Performed By: आशा भोंसले, गीता दत्त

दुपट्टा मेरा मलमल का
रंग सलेटी हलका
ज़माना लुट जायेगा
सर से अगर ढलका
ओ नेरी सा...

बटन मेरे कुर्ते के, हाय चनवे
बटन मेरे कुर्ते के सितारे आसमानी सजना
होय इसी लिये देखा ना, अंधेरा कभी तेरे अंगना
ओ नेरी सा...

ओ तुमसा भी कोई ना, हाय चनवे
ओ तुमसा भी कोई ना ज़माने में निडर होगा
वहीं पे दम तोड़ेंगे, जहाँ पे तेरा दर होगा
दुपट्टा मेरा मलमल का...

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सोमवार, 18 नवंबर 2013

जा जा रे जा साजना - Ja Ja Re Ja Sajna (Lata, Asha, Adalat)



Movie/Album: अदालत (1958)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर, आशा भोंसले

जा जा रे जा साजना
काहे सपनों में आये
जा के देस पराये, बेवफ़ा
जा जा रे जा साजना

लता:
तुझको ग़रज़ क्या मेरी वफ़ा से
जियूँ या मरूँ मैं तेरी बला से
जा जा रे जा साजना...

आशा:
दिल तो दिया था तुझे बड़े अरमान से
प्यार लगाया भी तो किस बेईमान से
दे ही गया जो दग़ा
सैयाँ जा जा जा साजना
जा जा जा साजना

लता:
दो दिन के पहले, झूठी खुशी दी
दर्द भरी फ़िर, ये ज़िन्दगी दी
जा जा रे जा साजना...

आशा:
हाथ पकड़ बैठे क्यों ऐसे मीत का
ढंग न आये जिसे ज़रा सा भी प्रीत का
जाने न क्या है वफ़ा
सैयाँ जा जा जा साजना...

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रविवार, 17 नवंबर 2013

जब दिन हसीं दिल हो जवाँ - Jab Din Haseen Dil Ho Jawaan (Asha, Rafi, Adalat)



Movie/Album: अदालत (1958)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: आशा भोंसले, मो.रफ़ी

जब दिन हसीं
दिल हो जवाँ
क्योँ ना मनाये पिकनिक
सीने में आग
होंठों पे राग
मिलजुल के गायें पिकनिक

साईकल सवार, बाँधे कतार, लो हम चले
जंगल के पार, हिरनों की डार, जैसे चले
हिप हिप हुर्रे!
मौसम पे रंग
दिल में उमंग
फिर क्यों ना जायें पिकनिक
जब दिल हसीं...

पानी का शोर, लहरों का जोर, आ तोड़ दें
तूफां में नाव, मिलजुल के आओ, सब छोड़ दें
हिप हिप हुर्रे!
साहिल से दूर
जा के हुज़ूर
ऐसी जमायें पिकनिक
जब दिल हसीं...

ये दिन अजीब, हम-तुम करीब, हाय फिर कहाँ
मस्ती के खेल, आपस का मेल, हाय फिर कहाँ
हिप हिप हुर्रे!
ज़ुल्फ़ों के डाल
उड़ते रुमाल
रंगीं बनायें पिकनिक
जब दिल हसीं...

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शनिवार, 26 मार्च 2011

यूँ हसरतों के दाग़ - Yun Hasraton Ke Daag (Lata Mangeshkar)



Movie/Album : अदालत (1958)
Music By : मदन मोहन
Lyrics By : राजेंद्र कृषण
Performed By : लता मंगेशकर

यूँ हसरतों के दाग़ मुहब्बत में धो लिये
खुद दिल से दिल की बात कही और रो लिये

घर से चले थे हम तो खुशी की तलाश में
ग़म राह में खड़े थे वही साथ हो लिये
खुद दिल से...

मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है
अब आप की ख़ुशी से काँटों में सो लिये
खुद दिल से...

होंठों को सी चुके तो ज़माने ने ये कहा
ये चुप सी क्यों लगी है अजी कुछ तो बोलिये
खुद दिल से...

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