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रविवार, 21 अप्रैल 2013

मिलो न तुम तो हम घबराएं - Milo Na Tum To Hum Ghabraaen (Heer Ranjha, Lata Mangeshkar)



Movie/Album: हीर राँझा (1970)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

मिलो न तुम तो हम घबराएं
मिलो तो आँख चुराएं
हमें क्या हो गया है
तुम्हीं को दिल का राज़ बतायें
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है...

ओ भोले साथिया
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
आँचल में भर ली हमने
सारी बहारें संसार की
नयी अदा से हम इठलायें
पायी खुशी लुटायें
हमें क्या हो गया है...

रूठे कभी कभी मान गये
बातें तुम्हारी हम जान गये
ऐसी अदायें क़ुरबान गये
तुम्हें मनाये दिल बहलायें
क्या क्या नाज़ उठायें
हमें क्या हो गया है   ...

ओ सोहने जोगिया
रंग ले हमें भी इसी रंग में
फिर से सुना दे बंसी
कलियाँ खिला दे गोरे अंग में
वही जो तानें आग लगाये
उन्हीं से आग बुझाएं
हमें क्या हो गया है...

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शुक्रवार, 9 नवंबर 2012

आज सोचा तो आंसू भर आए - Aaj Socha To Aansoo Bhar Aaye (Lata Mangeshkar)



Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

आज सोचा तो आंसू भर आए
मुद्दतें हों गई मुस्कुराये

हर कदम पर उधर मुड़कर देखा
उनकी महफिल से हम उठ तो आए
आज सोचा तो आंसू...

रह गई ज़िन्दगी दर्द बन के
दर्द दिल में छुपाये छुपाये
आज सोचा तो आंसू...

दिल की नाज़ुक रगें टूटती हैं
याद इतना भी कोई न आए
आज सोचा तो आंसू...

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गुरुवार, 8 नवंबर 2012

ये माना मेरी जाँ - Ye Maana Meri Jaan (Md.Rafi)



Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: मो.रफ़ी

तौबा तौबा ये जवानी का गुरूर
इश्क के सामने फिर भी सर झुकाना ही पड़ा
कैसे कहते थे न आएँगे
मगर दिल ने इस तरह पुकारा
तुम्हें आना ही पड़ा

ये माना मेरी जाँ मोहब्बत सजा है
मज़ा इसमें इतना मगर किसलिए है
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी
वो ही बेकरारी उधर किसलिए है
अभी तक तो इधर थी उधर किसलिए है

बहलना न जाने, बदलना न जाने
तमन्ना मचल के संभालना न जाने
करीब और आओ, कदम तो बढ़ाओ
झुका दूं न मैं सर तो, सर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...

नज़ारे भी देखे, इशारे भी देखे
कई खूबसूरत सहारे भी देखे
नाम क्या चीज़ है, इज्ज़त क्या है
सोने चांदी की हकीकत क्या है
लाख बहलाए कोई दौलत से
प्यार के सामने दौलत क्या है
जो मैखाने जा के, मैं सागर उठाऊं
तो फिर ये नशीली नज़र किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...

तुम्हीं ने संवारा, तुम्हीं ने सजाया
मेरे सूने दिल को तुम्हीं ने बसाया
जिस चमन से भी तुम गुजार जाओ
हर कली पर निखार आ जाये
रूठो जाओ तो रूठ जाये खुदा
और जो हँस दो, बहार आ जाये
तुम्हारे कदम से है घर में उजाला
अगर तुम नहीं तो ये घर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...

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बुधवार, 7 नवंबर 2012

आई अब की साल दिवाली - Aayi Ab Ki Saal Diwali (Lata Mangeshkar, Haqeeqat)



Movie/Album: हकीकत (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

आई अब की साल दिवाली
मुंह पर अपने खून मले
चारों तरफ है घोर अंधेरा
घर में कैसे दीप जले
आई अब की साल दिवाली...

बालक तरसे फुलझड़ियों को, दीपों को दीवारें
माँ की गोदी सूनी सूनी, आँगन कैसे संवारे
राह में उनकी जाओ उजालों
बन में जिनकी शाम ढले
आई अब की साल दिवाली...

जिनके दम से जगमग जगमग करती थी ये रातें
चोरी चोरी हो जाती थी मन से मन की बातें
छोड़ चले वो घर में अमावस
ज्योति लेकर साथ चले
आई अब की साल दिवाली...

टप-टप टप-टप टपके आंसू, छलकी खाली थाली
जाने क्या क्या समझाती है आँखों की ये लाली
शोर मचा है आग लगी है
कटते हैं पर्वत पे गले
आई अब की साल दिवाली...

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शनिवार, 16 जून 2012

ज़रा सी आहट होती है - Zara Si Aahat Hoti Hai (Lata Mangeshkar)



Movie/Album: हकीकत (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

ज़रा सी आहट होती है तो दिल सोचता है
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
ज़रा सी आहट होती है...

छुप के सीने में कोई जैसे सदा देता है
शाम से पहले दीया दिल का जला देता है
है उसी की ये सदा, है उसी की ये अदा
कहीं ये वो तो नहीं...

शक्ल फिरती है निगाहों में वही प्यारी सी
मेरी नस-नस में मचलने लगी चिंगारी सी
छू गई जिस्म मेरा किसके दामन की हवा
कहीं ये वो तो नहीं...

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रविवार, 26 फ़रवरी 2012

तुम जो मिल गए हो - Tum Jo Mil Gaye Ho (Md.Rafi)



Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

तुम जो मिल गए हो, तो ये लगता है
के जहां मिल गया
एक भटके हुए राही को, कारवाँ मिल गया

बैठो न दूर हमसे, देखो खफ़ा न हो
क़िस्मत से मिल गए हो, मिलके जुदा न हो
मेरी क्या ख़ता है, होता है ये भी
की ज़मीं से भी कभी आसमां मिल गया
तुम जो मिल गए हो...

तुम क्या जानो तुम क्या हो, एक सुरीला नगमा हो
भीगी रातों में मस्ती, तपते दिल में साया हो
अब जो आ गए हो जाने न दूंगा
की मुझे इक हसीं मेहरबाँ मिल गया
तुम जो मिल गए हो...

तुम भी थे खोए-खोए, मैं भी बुझा-बुझा
था अजनबी ज़माना, अपना कोई न था
दिल को जो मिल गया है तेरा सहारा
इक नई ज़िंदगी का निशां मिल गया
तुम जो मिल गए हो...

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गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012

वक़्त ने किया क्या हंसीं सितम - Waqt Ne Kiya Kya Haseen Sitam (Geeta Dutt)



Movie/Album: कागज़ के फूल (1959)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By:गीता दत्त

वक़्त ने किया, क्या हंसीं सितम
तुम रहे न तुम, हम रहे न हम

बेक़रार दिल इस तरह मिले
जिस तरह कभी हम जुदा न थे
तुम भी खो गए, हम भी खो गए
एक राह पर, चल के दो क़दम
वक़्त ने किया...

जाएंगे कहाँ सूझता नहीं
चल पड़े मगर रास्ता नहीं
क्या तलाश है, कुछ पता नहीं
बुन रहे हैं दिल, ख़्वाब दम-ब-दम
वक़्त ने किया...

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बुधवार, 12 अक्टूबर 2011

ये नयन डरे डरे - Ye Nayan Dare Dare (Hemant Kumar)



Movie/Album: कोहरा (1966)
Music By: हेमंत कुमार
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: हेमंत कुमार

ये नयन डरे-डरे, ये जाम भरे-भरे
ज़रा पीने दो
कल की किसको खबर, इक रात हो के निडर
मुझे जीने दो

रात हसीं, ये चाँद हसीं
पर सबसे हसीं मेरे दिलबर
और तुझसे हसीं तेरा प्यार
तू जाने ना
ये नयन डरे डरे...

प्यार में है जीवन की खुशी
देती है खुशी कई गम भी
मै मान भी लूँ कभी हार
तू माने ना
ये नयन डरे डरे...

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गुरुवार, 29 सितंबर 2011

या दिल की सुनो - Ya Dil Ki Suno (Hemant Kumar)



Movie/Album: अनुपमा (1966)
Music By: हेमंत कुमार
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: हेमंत कुमार

या दिल की सुनो दुनियावालों
या मुझको अभी चुप रहने दो
मैं ग़म को खुशी कैसे कह दूँ
जो कहते हैं उनको कहने दो

ये फूल चमन में कैसा खिला
माली की नज़र में प्यार नहीं
हँसते हुए क्या-क्या देख लिया
अब बहते हैं आँसू बहने दो
या दिल की सुनो...

एक ख़्वाब खुशी का देखा नहीं
देखा जो कभी तो भूल गये
माना हम तुम्हें कुछ दे ना सके
जो तुमने दिया वो सहने दो
या दिल की सुनो...

क्या दर्द किसी का लेगा कोई
इतना तो किसी में दर्द नहीं
बहते हुए आँसू और बहें
अब ऐसी तसल्ली रहने दो
या दिल की सुनो...

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मंगलवार, 2 अगस्त 2011

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों - Ab Tumhare Hawale Watan Saathiyon (Md.Rafi)



Movie/Album: हकीकत (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: मो.रफ़ी

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

सांस थमती गई, नब्ज जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को ना रुकने दिया
कट गये सर हमारे तो कुछ ग़म नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया
मरते-मरते रहा बाँकपन साथियोंयों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

जिन्दा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रुत रोज आती नहीं
हुस्न और इश्क दोनों को रुसवा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं
आज धरती बनी है दुल्हन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

राह कुर्बानियों की ना वीरान हो
तुम सजाते ही रहना नये काफ़िले
फ़तह का जश्न इस जश्न के बाद है
जिन्दगी मौत से मिल रही है गले
बाँध लो अपने सर से कफ़न साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

खेंच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छूने पाये ना सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

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शुक्रवार, 8 जुलाई 2011

है तेरे साथ मेरी वफ़ा - Hai Tere Saath Meri Wafa (Lata Mangeshkar)



Movie/Album: हिंदुस्तान की कसम (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

है तेरे साथ मेरी वफ़ा, मैं नहीं तो क्या
ज़िंदा रहेगा प्यार मेरा, मैं नहीं तो क्या

तेरे लिये उजालों की कोई कमी नहीं
सब तेरी रोशनी है, मेरी रोशनी नहीं
कोई नया चिराग़ जला, मैं नहीं तो क्या
है तेरे...

कुछ धड़कनों का ज़िक्र हो, कुछ दिल की बात हो
मुमकिन है इसके बाद, न दिन हो न रात हो
मेरे लिये न अश्क़ बहा, मैं नहीं तो क्या
है तेरे...

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शनिवार, 15 जनवरी 2011

दो दिल टूटे - Do Dil Toote (Lata Mangeshkar)



Movie/Album : हीर राँझा (1970)
Music By : मदन मोहन
Lyrics By : कैफ़ी आज़मी
Performed By : लता मंगेशकर

दो दिल टूटे दो दिल हारे
दुनिया वालों सदके तुम्हारे

देखेगी मुखड़ा अपना, अब से जवानी दिल के दाग में
बरसेगा कैसे सावन, कैसे पड़ेंगे झूले बाग़ में
बैन करेंगे ख्वाब कुंवारे
दो दिल...

मैं ना रहूंगी लेकिन, गूंजेंगी आहें मेरी गाँव में
अब ना खिलेगी सरसों, अब ना लगेगी मेहंदी पाँव में
अब ना उगेंगे चाँद सितारे
दो दिल...

प्यार तुम्हारा देखा, देखा तुम्हारा आँखें मोड़ना
तोड़ तो डाला दिल को, खेल नहीं है दिल का तोड़ना
तड़पोगे तुम भी साथ हमारे
दो दिल...

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सोमवार, 12 अप्रैल 2010

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो - Tum Itna Jo Muskura Rahe Ho (Jagjit Singh)



Album/Movie : अर्थ (1983)
Music By : जगजीत सिंह, चित्रा सिंह
Lyrics By : कैफ़ी आज़मी
Performed By : जगजीत सिंह

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो

आँखों में नमी, हंसी लबों पर
क्या हाल है क्या दिखा रहे हो

बन जायेंगे ज़हर पीते पीते
ये अश्क जो पिए जा रहे हो

जिन ज़ख्मों को वक़्त भर चला है
तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो

रेखाओं का खेल है मुक़द्दर
रेखाओं से मात खा रहे हो

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