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मंगलवार, 22 मई 2012

आफ़तों के परिंदे - Aafton Ke Parinde (Ishaqzaade, Suraj Jagan, Divya Kumar)



Movie/Album: इशकज़ादे (2012)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: सूरज जगन, दिव्या कुमार

आफ़तों के परिंदे इशकज़ादे
दिल उड़ा देंगे फुर्र से इशकज़ादे
इश्क को आजमाने इशकज़ादे
फड़फड़ाते हैं फिर से इशकज़ादे

हलालों में, हरामो में
जो मिलते थे हज़ारो में
इशकज़ादे, इशकज़ादे
कहाँ है अब जहानों में
इशकज़ादे, इशकज़ादे, इशकज़ादे

सितारों में, तरानों में
जो मिलते थे फसानों में
इशकज़ादे, इशकज़ादे
कहाँ है अब जहानों में

दीवारे तोड़ दें, दरारे छोड़ दें
जिदों को मिटा दें
किनारे छोड़ दें, मौजों को मोड़ दें
हदों-सरहदों को खुदी से मिला लें हाँ
ना ज़मीं, ना फलक के, इशकज़ादे
खुश्खुदी के जहां में, इशकज़ादे
हलालों में, हरामो में...

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सोमवार, 21 मई 2012

मैं परेशां - Main Pareshaan (Ishaqzaade, Shalmali Kholgade)



Movie/Album: इशकज़ादे  (2012)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: शलमली खोलगड़े

नए-नए नैना रे ढूंढे हैं
दर-बदर क्यूँ तुझे
नए-नए मंज़र ये तकते हैं
इस कदर क्यूँ मुझे
ज़रा-ज़रा फूलों पे झड़ने लगा दिल मेरा
ज़रा-ज़रा काँटों से लगने लगा दिल मेरा

मैं परेशां, परेशां, परेशां, परेशां
आतिशें वो कहाँ
मैं परेशां, परेशां, परेशां, परेशां
रंजिशें हैं धुंआ

बेबात खुद पे मरने लगी हूँ, मरने लगी हूँ
बेबाक आहें भरने लगी हूँ, भरने लगी हूँ
चाहत के छीटें हैं, खारे भी मीठे हैं
मैं क्या से क्या हो गयी
ज़रा-ज़रा फितरत बदलने लगा दिल मेरा
ज़रा-ज़रा किस्मत से लड़ने लगा दिल मेरा
मैं परेशां...

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सोमवार, 14 मई 2012

झल्लाह वल्लाह - Jhallah Vallah (Shreya Ghoshal, Ishaqzaade)



Movie/Album: इशकज़ादे (2012)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: श्रेया घोषाल

जिसका ना जिगर पे लगाए चोट
जिसके जाने से बम फटे!
एटम बम
हो जाए बिसफोट
आशिकों की है शामत, या आफत है
चाँद बेबी हैं आई, क़यामत है!

आशिकों मैं जिसका टाईटल टाईटैनिक
मुआ किनारा दिखा करके डुबा दे गया
झल्लाह, मेरा आशिक झल्लाह, वल्लाह
मेरा बलमा झल्लाह, वल्लाह
मेरा झल्लाह, वल्लाह वल्लाह!

हमने समझा था गोल्डन जुबली जिसे
समझा हमने था गोल्डन जुबली जिसे
वो तो मैटिनी दिखा कर के चुम्मा ले गया
झल्लाह, मेरा आशिक...

महफ़िल सज्जनों की, जन्टल-मनों की है
बेवड़ा कोई हो जाए तो आये मज़ा
नज़रों से पीने में क्या गुनाह है
बाखुदा कैसे पीते हो रूह-अफ्शाह
जिस लवर की खबर पे परूम है
दिल की ब्रेकिंग न्यूज़ उसको सुनाये कोई
कैसे नज़र से कमर का रट्टा लगे
इसको मेरी ज्योमेट्री भी दिखाए कोई
झल्लाह, मेरा आशिक...

क्या बताएं जिसको सनम मान कर शब भर मरे
वो कमीना सुबह होते फुर्र हो गया
जिसको मोहब्बत का टीचर कहते रहे
वो फटीचर इक लैसन में फेल हो गया
कसके जीन पैंट जेंटलमैन जो बने
रात भर पजामे से लड़ता रहा
हम जगाते रहे, दिल जलाते रहे
वो जमाई रज़ाई में लगता रहा
झल्लाह, मेरा आशिक...

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सोमवार, 13 जून 2011

फलक तक चल - Falak Tak Chal (Udit Narayan, Mahalakshmi Iyer)



Movie/Album : टशन (2008)
Music By : विशाल-शेखर
Lyrics By : कौसर मुनीर
Performed By : उदित नारायण, महालक्ष्मी ऐय्यर

फलक तक चल साथ मेरे
फलक तक चल साथ चल
ये बादल की चादर
ये तारों के आँचल
में छुप जाएं हम पल दो पल

देखो कहाँ आ गये हम सनम साथ चलते
जहाँ दिन की बाँहों में रातों के साये हैं ढलते
चल वो चौबारे ढूंढें, जिनमें चाहत की बूँदें
सच कर दे सपनो को सभी
आँखों को मीचे-मीचे, मैं तेरे पीछे-पीछे
चल दूँ जो कह दे तू अभी
बहारों के छत हो, दुआओं के ख़त हो
बढ़ते रहे ये ग़ज़ल
फलक तक...

देखा नहीं मैंने पहले कभी ये नजारा
बदला हुआ सा लगे मुझको आलम ये सारा
सूरज को हुई हरारत, रातों को करे शरारत
बैठा है खिड़की पे तेरी
इस बात पे चाँद भी बिगड़ा, कतरा-कतरा वो पिघला
भर आया आँखों में मेरी
तो सूरज बुझा दूँ, तुझे मैं सजा दूँ
सवेरा हो तुझसे ही कल
फलक तक...

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