2008 लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
2008 लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शनिवार, 4 मई 2013

मम्मा - Mumma (Kailash Kher, Dasvidaniya)



Movie/Album: दसविदानियां (2008)
Music By: कैलाश खेर, परेश, नरेश
Lyrics By: कैलाश खेर
Performed By: कैलाश खेर

माँ, मेरी माँ
प्यारी माँ, मम्मा

हाथों की लकीरे बदल जायेंगी
गम की ये जंजीरे पिघल जायेंगी
हो खुदा पे भी असर
तू दुआओं का है घर
मेरी माँ, मम्मा

बिगड़ी किस्मत भी संवर जायेगी
जिन्दगी तराने खुशी के गायेगी
तेरे होते किसका डर
तू दुआओं का है घर
मेरी माँ, प्यारी माँ, मम्मा...

यूं तो मैं सबसे न्यारा हूँ
(पर) तेरा माँ मैं दुलारा हूँ
दुनियाँ में जीने से ज्यादा
उलझन है माँ
तू है अमर का जहां
तू गुस्सा करती है
बड़ा अच्छा लगता है
तू कान पकड़ती है
बड़ी जोर से लगता है
मेरी माँ
मेरी माँ, प्यारी माँ, मम्मा
हाथों की लकीरें...

Share:

रविवार, 28 अक्टूबर 2012

ख्वाजा मेरे ख्वाजा - Khwaja Mere Khwaja (A.R.Rehman, Jodhaa Akbar)



Movie/Album: जोधा अकबर (2008)
Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: काशिफ
Performed By: ए.आर.रहमान

ख्वाजा जी
या ग़रीब नवाज
या मोइनुद्दीन
या ख्वाजा जी

ख्वाजा मेरे ख्वाजा
दिल में समा जा
शाहो का शाह तू
अली का दुलारा
ख्वाजा मेरे ख्वाजा...
बेकसों की तक़दीर, तूने है संवारी
ख्वाजा मेरे ख्वाजा

तेरे दरबार में ख्वाजा
दूर तो है देखा
तेरे दरबार में ख्वाजा
सर झुकातें है औलिया
तू है उनलवली ख्वाजा
रुतबा है प्यारा
चाहने से तुझको ख्वाजा जी
मुस्तफ़ा को पाया
ख्वाजा मेरे ख्वाजा...

(है) मेरे पीर का सदका
तेरा दामन है थामा
ख्वाजा जी
टली हर बला हमारी
छाया है खुमार तेरा
जितना भी रश्क करे बेशक
तो कम है, ऐ मेरे ख्वाजा
तेरे क़दमों को मेरे रहनुमा नहीं
छोड़ना गंवारा
ख्वाजा मेरे ख्वाजा...

Share:

शनिवार, 27 अक्टूबर 2012

जश्न-ए-बहारा - Jashn-e-Bahara (Jodhaa Akbar, Javed Ali)



Movie/Album: जोधा अकबर (2008)
Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: जावेद अली

कहने को जश्न-ए-बहारा है
दिल ये देख के हैराँ है
फूल से खुशबू ख़फ़ा-खफा है गुलशन में
छुपा है कोई रंज फिज़ा की चिलमन में
सारे सहमे नज़ारे हैं
सोये-सोये वक्त के धारे हैं
और दिल में खोई-खोई सी बातें हैं

कैसे कहें क्या है सितम
सोचते हैं अब ये हम
कोई कैसे कहे वो हैं या नहीं हमारे
करते तो हैं साथ सफर
फासले हैं फिर भी मगर
जैसे मिलते नहीं किसी दरिया के दो किनारे
पास हैं फिर भी पास नहीं
हमको ये गम रास नहीं
शीशे की इक दीवार है जैसे दरमियाँ
सारे सहमे नज़ारे हैं...

हमने जो था नगमा सुना
दिल ने था उसको चुना
ये दास्तान हमें वक्त ने कैसी सुनाई
हम जो अगर हैं गमगीं
वो भी उधर खुश तो नहीं
मुलाकातों में है जैसे घुल सी गई तन्हाई
मिलके भी हम मिलते नहीं
खिलके भी गुल खिलते नहीं
आँखों में हैं बहारें, दिल में खिज़ा
सारे सहमे नज़ारे हैं...

Share:

शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2012

इन लम्हों के दामन - In Lamhon Ke Daaman (Jodhaa Akbar, Sonu Nigam, Madhushree)



Movie/Album: जोधा अकबर (2008)
Music By: ए आर रहमान
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: सोनू निगम, मधुश्री

इन लम्हों के दामन में
पाकीज़ा से रिश्ते हैं
कोई कलमा मोहब्बत का
दोहराते फ़रिश्ते हैं
खामोश सी है ज़मीं
हैरान सा फ़लक है
इक नूर ही नूर सा
अब आसमां तलक है

नगमें ही नगमें हैं जागती-सोती फ़िज़ाओं में
हुस्न है सारी अदाओं में
इश्क है जैसे हवाओं में

कैसा ये इश्क है, कैसा ये ख्वाब है
कैसे जज़्बात का उमड़ा सैलाब है
दिन बदले, रातें बदली, बातें बदली
जीने के अंदाज़ ही बदले हैं
इन लम्हों के दामन...

समय ने ये क्या किया
बदल दी है काया
तुम्हें मैंने पा लिया
मुझे तुमने पाया
मिले देखो ऐसे हैं हम
कि दो सुर हों जैसे मद्धम
कोई ज़्यादा ना कोई कम
किसी राग में
के प्रेम आग में
जलते दोनों ही के
तन भी हैं मन भी
मन भी हैं तन भी

मेरे ख़्वाबों के इस गुलिस्ता में
तुमसे ही तो बहार छाई है
फूलों में रंग मेरे थे लेकिन
इनमें खुश्बू तुम्हीं से आई है

क्योँ है ये आरज़ू, क्योँ है ये जुस्तजू
क्योँ दिल बेचैन है, क्योँ दिल बेताब है
दिन बदले, रातें बदली, बातें बदलीं
जीने के अंदाज़ भी बदले हैं
इन लम्हों के दामन में...

Share:

सोमवार, 13 जून 2011

फलक तक चल - Falak Tak Chal (Udit Narayan, Mahalakshmi Iyer)



Movie/Album : टशन (2008)
Music By : विशाल-शेखर
Lyrics By : कौसर मुनीर
Performed By : उदित नारायण, महालक्ष्मी ऐय्यर

फलक तक चल साथ मेरे
फलक तक चल साथ चल
ये बादल की चादर
ये तारों के आँचल
में छुप जाएं हम पल दो पल

देखो कहाँ आ गये हम सनम साथ चलते
जहाँ दिन की बाँहों में रातों के साये हैं ढलते
चल वो चौबारे ढूंढें, जिनमें चाहत की बूँदें
सच कर दे सपनो को सभी
आँखों को मीचे-मीचे, मैं तेरे पीछे-पीछे
चल दूँ जो कह दे तू अभी
बहारों के छत हो, दुआओं के ख़त हो
बढ़ते रहे ये ग़ज़ल
फलक तक...

देखा नहीं मैंने पहले कभी ये नजारा
बदला हुआ सा लगे मुझको आलम ये सारा
सूरज को हुई हरारत, रातों को करे शरारत
बैठा है खिड़की पे तेरी
इस बात पे चाँद भी बिगड़ा, कतरा-कतरा वो पिघला
भर आया आँखों में मेरी
तो सूरज बुझा दूँ, तुझे मैं सजा दूँ
सवेरा हो तुझसे ही कल
फलक तक...

Share:

गुरुवार, 14 अप्रैल 2011

एक लौ - Ek Lau (Shilpa Rao, Amitabh Bhattacharya)



Movie/Album : आमिर (2008)
Music By : अमित त्रिवेदी
Lyrics By : अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By : शिल्पा राव, अमिताभ

गर्दिशों में रहती, बहती, गुज़रती, जिंदगियां है कितनी
इनमें से एक है, तेरी मेरी या कहीं, कोई एक जैसी अपनी
पर ख़ुदा खैर कर, ऐसा अंजाम किसी, रूह को ना दे कभी यहाँ
गुन्चा मुस्कुरता एक वक़्त से पहले क्यूँ छोड़ चला तेरा ये जहाँ
एक लौ इस तरह क्यूँ बुझी मेरे मौला
एक लौ ज़िंदगी की मौला

धूप के ऊजाले सी, ओंस के प्याले सी, खुशियां मिले हमको
ज़्यादा मांगा है कहाँ, सरहदें ना हो जहाँ, दुनिया मिले हमको
पर खुदा खैर कर, उसके अरमान में क्यूँ, बेवजह हो कोई कुरबां
गुन्चा मुस्कुराता...

Share:

शुक्रवार, 28 जनवरी 2011

ओ राही रे - O Rahi Re (Shankar Mahadevan)



Movie/Album : लक बाई चांस (2008)
Music By : शंकर, एहसान, लॉय
Lyrics By : जावेद अख्तर
Performed By : शंकर महादेवन

जाग उठे हैं रास्ते
ओ राही तेरे वास्ते
तेरी ज़िन्दगी तुझसे हर घड़ी
और हर कदम है ये पूछती
राही देख रहा है तू क्या
हर हर दिशा है रास्ता
बोल तेरा है कौन सा रास्ता
राही रे ओ राही रे किसी को नहीं है पता
राही रे ओ राही रे कहाँ जा रहा है बता

इक रास्ता कांटो का है
इक रस्ता फूल का
तुझपे है कौन से तू रास्ते को चुने
इक रास्ता है सोच का इक रास्ता भूल का
तुझपे है तेरा दिल अब क्या कहे क्या सुने
होगा तेरा ही ये फैसला
है सोचना या भूलना
बोल तेरा है कौन सा रास्ता
राही रे...

आसानियाँ मिल सकती हैं तुझको ज़माने से
पर ज़रा ये बता जीना है क्या यूँ तुझे
आज़ादियाँ तू पायेगा खुद को ही पाने से
फिर बता कोई डर महसूस हो क्यूँ तुझे
होगा तेरा ही ये फैसला आसानियाँ आज़ादियाँ
बोल तेरा है...

Share:

गुरुवार, 27 जनवरी 2011

बावरे - Baawre (Shankar Mahadevan)



Movie/Album : लक बाई चांस (2008)
Music By : शंकर, एहसान, लॉय
Lyrics By : जावेद अख्तर
Performed By : शंकर महादेवन, लॉय मेंडोसा, इला अरुण, मुमय खान, बाबू खान, मंज़ूर खान, रजब खान

मैं तन हारा, मैं मन हारा, मैं जां हारा, मैं जग हारा
होश भी हारा, जोश भी हारा
मैं सब हारा...
बावरे...
बाजे ढोल अर तासा रे, खा के दूध बतासा रे
आयो मु की बासा रे, देखो देखो तमासा रे
हो रंगीले रंगीले पल है, चमकीले चमकीले पल है
बरसे झिलमिल करते लाखों तारे
अलबेले अलबेले तन है, लचकीले लचकीले तन है
कोई अपना दिल कैसे ना हारे
हो मैं तन हारा...
हो क्या धुन है, क्या ताल सुन ले, कर दे तू कमाल सुन ले
बावरे बावरे बावरे, बावरे
प्यारों, म्हारो, न्यारो

कोई आग उगलता रे, कोई तार पे चलता रे
कोई गैंद उछाले रे, कोई मोज संभाले रे
हो देखो रे देखो रे भैया, कोई घुमे बन के पहिया
कोई ऊपर दिल डा लंगर मारे रे
हो देख देख बाज़ीगर देखो, दारु पर नीचे सब देखो
देखे मैंने जो ये खेले, हारे,
मैं तन हारा..

ले के रंग आई है, इक तरंग लायी है, देख शाम...
मेरे होंठों पे है आज बस तेरा ही एक नाम
अपनी आँखों से मैं, तेरी आँखों के पीता हूँ जाम
तुझ पे मर जाऊं मिट जाऊं, करना यही अब है काम
तू प्यारी लागी, तू म्हारी लागी, तू मीत लागी, तू प्रीत लागी
तेरे नैन कटोरे जैसे, दिल खाए हिलकोरे जैसे
मैं अब तेरे ही गुणगान गाऊँ
दिल खोया अब खोना क्या है, होना है तो होना क्या है
बीती है जो मुझ पे क्या बताऊँ
मैं तन हारा...

Share: