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शुक्रवार, 14 जून 2013

दो हंसों का जोड़ा - Do Hanson Ka Joda (Lata Mangeshkar)



Movie/Album: गंगा जमुना (1961)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: लता मंगेशकर

दो हंसों का जोड़ा बिछड़ गयो रे
गजब भयो रामा, जुलम भयो रे

मोरा सुख चैन भी, जीवन भी मोरा छिन लिया
पापी संसार ने साजन भी मोरा छिन लिया
पिया बिन तड़पे जिया, रतिया बिताऊं कैसे
बिरहा की अगनी को असुवन से बुझाऊँ कैसे
जिया मोरा मुश्किल में पड़ गयो रे
गजब भयो रामा...

रात की आस गयी, दिन का सहारा भी गया
मोरा सूरज भी गया, मोरा सितारा भी गया
प्रीत कर के कभी प्रीतम से ना बिछड़े कोई
जैसी उज़डी हूँ मैं, ऐसे भी ना उजड़े कोई
बना खेल मोरा बिगड़ गयो रे
गजब भयो रामा...

जीते जी छोडूँगी सैय्या ना डगरीयाँ तोरी
बीत जाएगी यूँ ही सारी उमरीया मोरी
नैनों से होती रहेगी यूँ ही बरसात बलम
याद में रोती रहूंगी तेरी दिन-रात बलम
नगर मोरे मन का उजड़ गयो रे
गजब भयो रामा...

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शुक्रवार, 31 मई 2013

चन्दन का पलना - Chandan Ka Palna (Hemant Kumar, Lata Mangeshkar)



Movie/Album: शबाब (1954)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: हेमंत कुमार, लता मंगेशकर

चन्दन का पलना, रेशम की डोरी
झूला झुलाऊँ निंदिया को तोरी
चन्दन का पलना...

सो जा तू ऐसे मोरी सजनिया
सजिया पे सोये जैसे दुल्हनिया
चन्दा का टीका माथे लगाऊँ
तारों की माला तुझको पिहनाऊँ
तोहे सुलाऊँ गा गा के लोरी
झूला झूलाऊँ निंदिया को तोरी
चन्दन का पलना...

ऊँचे गगन से कोई बुलाये
आई हैं परियां डोला सजाये
साजन से मिलने दूर चली जा
उड़के तू निंदिया फूर चली जा
चन्दा पुकारे आजा चकोरी
झूला झूलाऊँ निंदिया को तोरी
चन्दन का पलना...

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बुधवार, 27 मार्च 2013

मधुबन में राधिका नाचे रे - Madhuban Mein Radhika Nache Re (Kohinoor, Rafi)



Movie/Album: कोहिनूर (1960)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी

मधुबन में राधिका नाचे रे
गिरधर की मुरलिया बाजे रे
मधुबन में राधिका...

पग में घुँघर बाँध के
घुँघटा मुख पर डाल के
नैनन में कजरा लगा के रे
मधुबन में राधिका...

डोलत छम-छम कामिनी
चमकत जैसे दामिनी
चंचल प्यारी छब लागे रे
मधुबन में राधिका...

म्रिदंग बाजे तिरकिट धूम तिरकिट धूम ता ता
नाचत छूम छूम ताथई ताथई ता ता
छूम छूम छा ना ना ना, छूम छूम छा ना ना ना
क्रांध क्रांध क्रांध धा, धा धा धा
मधुबन में राधिका नाचे रे

मधुबन में राधिका
नी सा रे सा, गा रे मा गा, पा मा धा पा, नी धा सां नी
रें सां रे सा नी धा पा मा पा धा नी सां रें सां नी धा पा मा
गा मा धा पा गा मा रे सा

मधुबन में राधिका नाचे रे
सां सां, सां नी धा पा मा पा धा पा गा मा रे सा ऩी रे सा
सा सा गा मा धा धा नी धा सां
मधुबन में राधिका नाचे रे
मधुबन में राधिका

ओदे नादिर दिरधा नीता धारे दीम दीम तानाना
नादिर दिरधा नता धारे दीमदीम तानाना
ना दिर दिर धा नी ता धा रे दीम दीम ता ना ना
ना दिर दिर धा नी ता धा रे
ओ दे ताना दिर दिर ताना, दिर दिर दिर दिर दूम दिर दिर दिर
धा तिरकिट तक दूम तिरकिट तक
तिरकिट तिरकिट ता धा नी
ना दिर दिर धा नी ता धा रे

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मंगलवार, 26 मार्च 2013

दो सितारों का ज़मीं पर है मिलन - Do Sitaron Ka Zameen Par Hai Milan (Kohinoor, Rafi, Lata)



Movie/Album: कोहिनूर (1960)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

दो सितारों का ज़मीं पर है मिलन आज की रात
मुस्कुराता है उम्मीदों का चमन आज की रात
रंग लायी है मेरे दिल की लगन आज की रात
सारी दुनिया नज़र आती है दुल्हन आज की रात
आज की रात...

हुस्न वाले तेरी दुनिया में कोई आया है
तेरे दीदार की हसरत भी कोई लाया है
तोड़ दे, तोड़ दे पर्दे का चलन आज की रात
मुस्कुराता है उम्मीदों का चमन आज की रात
दो सितारों क ज़मीं पर...

जिनसे मिलने की तमन्ना थी वो ही आते हैं
चाँद तारे मेरी राहों में बिछे जाते हैं
चूमता है तेरे कदमों को गगन आज की रात
सारी दुनिया नज़र आती है दुल्हन आज की रात
दो सितारों क ज़मीं पर...

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मंगलवार, 19 मार्च 2013

खेलो रंग हमारे संग - Khelo Rang Hamare Sang (Aan, Shamshad, Lata)



Movie/Album: आन (1952)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: शमशाद बेगम, लता मंगेशकर

खेलो रंग हमारे संग
आज दिन रंग रंगीला आया

नज़र नज़र में रिमझिम रिमझिम
रंग अनोखा बरसे
कैसे मैं खेलूं खाक
मेरा दिल पिया मिलन को तरसे

देख मेरी चुनरी सखी धानी हैं
खो ना कहीं देना
ये प्यार की निशानी हैं
मैं हूँ तेरे संग बलम तु है मेरे संग
रंग डालो रंग डालो रंग
खेलो रंग हमारे संग...

आओ आओ सजन हमरे द्वार
रंग डालूंगी तुम पर हज़ार
आज कोई राजा न आज कोई रानी है
प्यार भरे जीवन की एक ही कहानी है
आई खुशी साथ लिए दिल के नए ढंग
रंग डालो रंग डालो रंग...

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रविवार, 17 मार्च 2013

तन रंग लो जी आज मन रंग लो - Tan Rang Lo Ji Aaj Mann Rang Lo (Kohinoor, Lata, Rafi)



Movie/Album: कोहिनूर (1960)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

तन रंग लो जी, आज मन रंग लो, तन रंग लो
खेलो खेलो, उमंग भरे रंग प्यार के ले लो, रंग लो
तन रंग लो जी...

आज नगरी में रंग है बहार है
गली गली देखो रस की फुहार है
पिचकरियों में रंग भरा प्यार है
इसी रंग में जीवन रंग लो
तन रंग लो...

नाचो नाचो री सखी रे होली आई रे
घर-घर में रंगीली रुत छाई रे
आज दुनिया ने मस्ती लुटाई रे
आशाओं का दामन रंग लो
तन रंग लो...

आज मुखड़े से घूँघटा हटालो जी
हो ज़रा सजना से अँखियाँ मिला लो जी
रंग झूठे मोरे तन पे न डालो जी
मन प्यार में साजन रंग लो
तन रंग लो...

राधा संग होली खेले रे बनवारी हो
अंग-अंग पे चलाए पिचकारी हो
कहे बैंया पकड़ के अनाड़ी
दिल रंग लो जी, धड़कन रंग लो
तन रंग लो...

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मंगलवार, 25 दिसंबर 2012

इन्साफ का मंदिर है ये - Insaf Ka Mandir Hai Ye (Md.Rafi)



Movie/Album: अमर (1954)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी

इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है
कहना है जो कह दे तुझे किस बात का डर है

है खोट तेरे मन मे जो भगवान से है दूर
है पाँव तेरे फिर भी तू आने से है मजबूर
हिम्मत है तो आजा, ये भलाई की डगर है
इन्साफ का मंदिर है...

दुःख दे के जो दुखिया से ना इन्साफ करेगा
भगवान भी उसको ना कभी माफ़ करेगा
ये सोच ले हर बात की दाता को खबर है
हिम्मत है तो आजा, ये भलाई की डगर है
इन्साफ का मंदिर है...

है पास तेरे जिसकी अमानत उसे दे दे
निर्धन भी है इंसान, मोहब्बत उसे दे दे
जिस दर पे सभी एक हैं बन्दे, ये वो दर है
इन्साफ का मंदिर है...

मायूस ना हो हार के तक़दीर की बाज़ी
प्यारा है वो गम जिसमें हो भगवान भी राज़ी
दुःख दर्द मिले जिसमें, वही प्यार अमर है
ये सोच ले हर बात की दाता को खबर है
इन्साफ का मंदिर है...

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शनिवार, 13 अक्टूबर 2012

तेरी महफ़िल में किस्मत - Teri Mehfil Mein Kismat (Shamshad, Lata)



Movie/Album: मुग़ल-ए-आज़म (1960)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: शमशाद बेगम, लता मंगेशकर

तेरी महफ़िल में किस्मत आज़मा कर हम भी देखेंगे
घड़ी भर को तेरे नज़दीक आकर हम भी देखेंगे
अजी हाँ हम भी देखेंगे

तेरी महफ़िल में किस्मत आज़मा कर हम भी देखेंगे
तेरे कदमों पे सर अपना झुका कर हम भी देखेंगे
अजी हाँ हम भी देखेंगे

बहारें आज पैग़ाम-ए-मोहब्बत ले के आई हैं
बड़ी मुद्दत में उम्मीदों की कलियां मुस्कुराई हैं
ग़म-ए-दिल से जरा दामन बचाकर हम भी देखेंगे
अजी हाँ...

अगर दिल ग़म से खाली हो तो जीने का मज़ा क्या है
ना हो खून-ए-जिगर तो अश्क़ पीने का मज़ा क्या है
मोहब्बत में जरा आँसू बहाकर हम भी देखेंगे
अजी हाँ...

मोहब्बत करने वालो का है बस इतना ही अफ़साना
तड़पना चुपके-चुपके आहें भरना घुट के मर जाना
किसी दिन ये तमाशा मुस्कुरा कर हम भी देखेंगे
तेरी महफ़िल में किस्मत...

मोहब्बत हमने माना ज़िन्दगी बरबाद करती है
ये क्या कम है के मर जाने से दुनिया याद करती है
किसी के इश्क़ में दुनिया लुटाकर हम भी देखेंगे
तेरी महफ़िल में किस्मत...

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बुधवार, 10 अक्टूबर 2012

होली आयी रे कन्हाई - Holi Aayi Re Kanhai (Shamshad Begum)



Movie/Album: मदर इंडिया (1957)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: शमशाद बेगम

होली आयी रे कन्हाई
रंग छलके
सुना दे ज़रा बांसरी

बरसे गुलाल रंग मोरे अंगनवा
अपने ही रंग में रंग दे मोहे सजनवा
... हो देखो नाचे मोरा मनवा
तोरे कारन घर से आई हूँ निकल के
सुना दे ज़रा बांसरी
होली आयी रे...

छूटे ना रंग ऐसी रंग दे चुनरिया
धोबनिया धोये चाहे सारी उमरिया
... हो मन को रंग देगा साँवरिया
मोहे भाये ना हरजाई रंग हलके
सुना दे ज़रा बांसरी
होली आयी रे...

लकड़ी जल कोयला भई
और कोयला जल भयो राख
मैं पापन ऐसी जली
ना कोयला भई, ना राख

होली घर आई तू भी आजा मुरारी
मन ही मन राधा रोये बिरहा की मारी
... हो नहीं मारो पिचकारी
काहे छोड़ी रे कलाई संग चल के
सुना दे ज़रा बांसरी
होली आई रे...

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शनिवार, 31 मार्च 2012

तू गंगा की मौज - Tu Ganga Ki Mauj (Md.Rafi, Lata Mangeshkar)



Movie/Album: बैजू बावरा (1952)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

अकेली मत जइयो राधे जमुना के तीर

तू गंगा की मौज, मैं जमुना का धारा
हो रहेगा मिलन, ये हमारा
हमारा, तुम्हारा रहेगा मिलन
ये हमारा तुम्हारा

अगर तू है सागर तो मझधार मैं हूँ
तेरे दिल की कश्ती का पतवार मैं हूँ
चलेगी अकेले न तुमसे ये नैय
मिलेंगी न मंज़िल तुम्हें बिन खेवैया
चले आओ जी, चले आओ जी
चले आओ मौजों का ले कर सहारा, हो रहेगा मिलन
ये हमारा तुम्हारा...

भला कैसे टूटेंगे बंधन ये दिल के
बिछड़ती नहीं मौज से मौज मिल के
छुपोगे भँवर में तो छुपने न देंगे
डुबो देंगे नैया तुम्हें ढूँढ लेंगे
बनायेंगे हम, बनायेंगे हम
बनायेंगे तूफ़ाँ को लेकर किनारा, हो रहेगा मिलन
ये हमारा तुम्हारा...

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शनिवार, 11 फ़रवरी 2012

आज पुरानी राहों से - Aaj Purani Raahon Se (Md.Rafi)



Movie/Album: आदमी (1968)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी

आज पुरानी राहों से, कोई मुझे आवाज़ न दे
दर्द में डूबे गीत न दे, गम का सिसकता साज़ न दे

बीते दिनों की याद थी जिनमें, मैं वो तराने भूल चुका
आज नई मंज़िल है मेरी, कल के ठिकाने भूल चुका
न वो दिल न सनम, न वो दीन-धरम
अब दूर हूँ सारे गुनाहों से
आज पुरानी राहों से...

टूट चुके सब प्यार के बंधन, आज कोई ज़ंजीर नहीं
शीशा-ए-दिल में अरमानों की, आज कोई तस्वीर नहीं
अब शाद हूँ मैं, आज़ाद हूँ मैं
कुछ काम नहीं है आहों से
आज पुरानी राहों से...

जीवन बदला, दुनिया बदली, मन को अनोखा ज्ञान मिला
आज मुझे अपने ही दिल में, एक नया इनसान मिला
पहुँचा हूँ वहाँ, नहीं दूर जहाँ
भगवान भी मेरी निगाहों से
आज पुरानी राहों से...

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बुधवार, 12 अक्टूबर 2011

बचपन की मोहब्बत को - Bachpan Ki Mohabbat Ko (Lata Mangeshkar)



Movie/Album: बैजू बावरा (1952)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: लता मंगेशकर

बचपन की मोहब्बत को दिल से ना जुदा करना
जब याद मेरी आए मिलने की दुआ करना

घर मेरे उम्मीदों का, सूना किए जाते हो
दुनिया ये मोहब्बत की, लूटे लिए जाते हो
जो ग़म दिए जाते हो, उस ग़म की दुआ करना
बचपन की मोहब्बत...

सावन में पपीहे का, सँगीत सुनाऊँगी
फ़रियाद तुझे अपनी, गा-गा के सुनाऊँगी
आवाज़ मेरी सुनके, दिल थाम लिया करना
बचपन की मोहब्बत...

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शनिवार, 17 सितंबर 2011

मोहे भूल गए साँवरिया - Mohe Bhool Gaye Saanwariya (Lata Mangeskar)



Movie/Album: बैजू बावरा (1952)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: लता मंगेशकर

जो मैं ऐसा जानती
के प्रीत किये दुख होय
नगर ढिंढोरा पीटती
के प्रीत न करियो कोय

मोहे भूल गए साँवरिया, भूल गए साँवरिया
आवन कह गये, अजहुं न आये
लीनी न मोरी खबरिया
मोहे भूल गए...

दिल को दिए क्यों दुख बिरहा के
तोड़ दिया क्यों महल बना के
आस दिला के ओ बेदर्दी
फेर ली काहे नजरिया
मोहे भूल गए...

नैन कहे रो-रो के सजना
देख चुके हम प्यार का सपना
प्रीत है झूठी, प्रीतम झूठा
झूठी है सारी नगरिया
मोहे भूल गए...

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सोमवार, 5 सितंबर 2011

मन तड़पत हरि दर्शन - Man Tadpat Hari Darshan (Md.Rafi)



Movie/Album: बैजू बावरा (1952)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी

मन तड़पत हरि दर्शन को आज
मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज
विनती करत हूँ रखियो लाज

तुम्हरे द्वार का मैं हूँ जोगी
हमरी ओर नज़र कब होगी
सुन मोरे व्याकुल मन का बात
तड़पत हरी...

बिन गुरू ज्ञान कहाँ से पाऊँ
दीजो दान हरी गुन गाऊँ
सब गुनी जन पे तुम्हारा राज
तड़पत हरी...

मुरली मनोहर आस न तोड़ो
दुख भंजन मोरा साथ न छोड़ो
मोहे दरसन भिक्षा दे दो आज, दे दो आज

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शुक्रवार, 5 अगस्त 2011

नन्हां मुन्ना राही हूँ - Nanha Munna Rahi Hoon (Shanti Mathur)



Movie/Album: सन ऑफ़ इंडिया (1962)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: शांति माथुर

नन्हां मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ
बोलो मेरे संग
जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद

रस्ते में चलूंगा न डर-डर के
चाहे मुझे जीना पड़े मर-मर के
मंज़िल से पहले ना लूंगा कहीं दम
आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम
दाहिने-बाएं, दाहिने-बाएं, थम
नन्हां मुन्ना...

धूप में पसीना बहाऊंगा जहाँ
हरे-हरे खेत लहराएंगे वहाँ
धरती पे फ़ाके न पाएंगे जनम
आगे ही आगे...

नया है ज़माना मेरी नई है डगर
देश को बनाउंगा मशीनों का नगर
भारत किसी से रहेगा नहीं कम
आगे ही आगे...

बड़ा हो के देश का सहारा बनूंगा
दुनिया की आँखों का तारा बनूंगा
रखूँगा ऊंचा तिरंगा परचम
आगे ही आगे...

शांति की नगरी है मेरा ये वतन
सबको सिखाऊंगा मैं प्यार का चलन
दुनिया में गिरने न दूंगा कहीं बम
आगे ही आगे...

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गुरुवार, 21 जुलाई 2011

इन्साफ की डगर पे - Insaaf Ki Dagar Pe (Hemant Kumar)



Movie/Album: गंगा जमुना (1961)
Music By: नौशाद
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: हेमंत कुमार

इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हीं हो कल के

दुनिया के रंज सहना और कुछ ना मुँह से कहना
सच्चाईयों के बल पे, आगे को बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम, संसार को बदल के
इन्साफ की डगर पे...

अपने हों या पराए, सब के लिए हो न्याय
देखो कदम तुम्हारा, हरगिज़ ना डगमगाए
रस्ते बड़े कठिन हैं, चलना संभल-संभल के
इन्साफ की डगर पे...

इन्सानियत के सर पे, इज़्ज़त का ताज रखना
तन मन की भेंट देकर, भारत की लाज रखना
जीवन नया मिलेगा, अंतिम चिता में जल के
इन्साफ की डगर पे...

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बुधवार, 11 मई 2011

नगरी-नगरी द्वारे-द्वारे - Nagari Nagari Dware Dware (Lata Mangeshkar)



Movie/Album : मदर इंडिया (1957)
Music By : नौशाद
Lyrics By : शकील बदायुनी
Performed By : लता मंगेशकर

नगरी-नगरी द्वारे-द्वारे ढूँढूँ रे सांवरिया
पिया-पिया रट के मैं तो हो गई रे बावरिया

बेदर्दी बालम ने मोहे फूँका ग़म की आग में
बिरहा की चिंगारी भर दी दुखिया के सुहाग में
पल-पल मनवा रोए छलके नैनों की गगरिया
नगरी-नगरी...

आई थी अँखियों में लेकर सपने क्या-क्या प्यार के
जाती हूँ दो आँसू लेकर आशाएं सब हार के
दुनिया के मेले में लुट गई जीवन की गठरिया
नगरी-नगरी...

दर्शन के दो भूखे नैना जीवन भर न सोएंगे
बिछड़े साजन तुमरे कारण रातों को हम रोएंगे
अब न जाने रामा कैसे बीतेगी उमरिया
नगरी-नगरी...

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शनिवार, 9 अप्रैल 2011

अपनी आज़ादी को हम - Apni Aazaadi Ko Hum (Md.Rafi)



Movie/Album: लीडर (1964)
Music By: नौशाद
Lyrics By: शकील बदायूंनी
Performed By: मो.रफी

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन, सर झुका सकते नहीं

हमने सदियों में ये आज़ादी की नेमत पाई है
सैकड़ों कुर्बानियां देकर ये दौलत पाई है
मुस्कुराकर खाई है सीनों पे अपने गोलियां
कितने वीरानों से गुज़रे हैं तो जन्नत पाई है
ख़ाक में हम अपनी इज़्ज़त को मिला सकते नहीं
अपनी आज़ादी...

क्या चलेगी ज़ुल्म की अहले वफ़ा के सामने
आ नहीं सकता कोई शोला हवा के सामने
लाख फ़ौजें ले के आए अम्न का दुश्मन कोई
रुक नहीं सकता हमारी एकता के सामने
हम वो पत्थर हैं जिसे दुश्मन हिला सकते नहीं
अपनी आज़ादी...

वक़्त की आवाज़ के हम साथ चलते जाएंगे
हर क़दम पर ज़िन्दगी का रुख बदलते जाएंगे
गर वतन में भी मिलेगा कोई गद्दारे वतन
अपनी ताकत से हम उसका सर कुचलते जाएंगे
एक धोखा खा चुके हैं और खा सकते नहीं
अपनी आज़ादी...
(वन्दे मातरम)

हम वतन के नौजवां हैं हमसे जो टकराएगा
वो हमारी ठोकरों से ख़ाक में मिल जाएगा
वक़्त के तूफ़ान में बह जाएंगे ज़ुल्मों-सितम
आसमां पर ये तिरंगा उम्र भर लहराएगा
जो सबक बापू ने सिखलाया भुला सकते नहीं
सर कटा सकते...

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गुरुवार, 9 दिसंबर 2010

अपनी ज़ुल्फें मेरे शानों पे - Apni Zulfein Mere Shaanon Pe (Hariharan)



Movie/Album : ताज महल (2005)
Music By : नौशाद अली
Lyrics By : नक्श ल्याल्ल्पुरी, स्येद गुलरेज़
Performed By : हरिहरन

अपनी ज़ुल्फें मेरे शानों पे बिखर जाने दो
आज रोको ना मुझे हद से गुज़र जाने दो

तुम जो आये तो बहारों पे शबाब आया है
इन नज़रों पे भी हल्का सा नशा छाया है
अपनी आँखों का नशा और भी बढ़ जाने दो
अपनी ज़ुल्फें...

सुर्ख होठों पे गुलाबों का गुमां होता है
ऐसा मंज़र हो जहाँ होश कहाँ रहता है
ये हसीं होंठ मेरे होठों से मिल जाने दो
अपनी ज़ुल्फें...

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