गुरुवार, 4 फ़रवरी 2010

ये हौंसला कैसे झुके - Ye Haunsla Kaise Jhuke (Shafqat Amanat Ali Khan)



Movie/Album : डोर (2006)
Music By : सलीम-सुलेमान
Lyrics By : मीर अली हुसैन
Performed By : शफ़क़त अमानत अली खान

ये हौंसला कैसे झुके,
ये आरज़ू कैसे रुके
मंजिल मुश्किल तो क्या
धुंधला साहिल तो क्या
तनहा ये दिल तो क्या

राह पे कांटे बिखरे अगर
उसपे तो फिर भी चलना ही है
शाम छुपाले सूरज मगर
रात को एक दिन ढलना ही है
रुत ये ताल जाएगी
हिम्मत रंग लाएगी
सुबह फिर आएगी

होगी हमें जो रहमत अदा
धुप कटेगी साये तले
अपनी खुदा से है ये दुआ
मंजिल लागले हमको गले
जुर्रत सौ बार रहे
ऊँचा इकरार रहे,
जिंदा हर प्यार रहे
 
Dor, Mir Ali Hussain, Salim Sulaiman, Shafqat Amanat Ali Khan, Y,  
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