मंगलवार, 15 जुलाई 2008

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो(ल्य्रिक्स)-इन्देपेंस डे स्पेशल



फ़र्ज़ अपना हम निभा....ने चले
क़र्ज़ अपनी ज़मीं का चुका....ने चले
( बन्दे मातरम -३, माँ.... )-४

ओ हो हो हो ...
( हम फौजी इस देश की धड़कन हैं
हर दिल का हम प्यार, माँ की तड़पन हैं ) -२
पूरा करने चले हर वचन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
साथियो -४
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
हम फौजी इस देश की धड़कन हैं
हर दिल का हम प्यार, माँ की तड़पन हैं
( बन्दे मातरम -३, माँ.... ) -२

टूटने न दो भारत का विश्वास तुम
जीत की ले के दिल में बढो प्यास तुम
अपने खून से लिखो अपना इतिहास तुम -२
अपने भारत को अपना नमन साथियो, नमन साथियो
साथियो -४
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
हम फौजी इस देश की धड़कन हैं
हर दिल का हम प्यार, माँ की तड़पन हैं
हे.... हे.... आ ...

आ आ आ ...
सा गा माँ गा, सा गा माँ गा आ -२
गलियों चोबारों में प्यार, हमने किया
दिल के अरमान का इज़हार हमने किया
आ आ.... आ....
उस का चेहरा हमेशा निगाहों में है
दूर रह के भी वो मेरी बांहों में है
सा गा माँ गा, सा गा माँ गा आ -२
बिदा किया था उसने मेरे सर पे लगा के टिका -२
रंग न पड़ने दिया कभी मैंने तो उसका फीका
कब बनेगी जुदाई मिलन साथियो.. -२
कब बनेगी जुदाई मिलन साथियो, मिलन साथियो
साथियो -४
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

( बन्दे मातरम -३, माँ.... ) -२
तुम ता न न न, तुम ता न न न न -२
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