Movie/Album: हम साया (1968)
Music By: ओ.पी.नैय्यर
Lyrics By: शेवान रिज़वी
Performed By: मो.रफ़ी
दिल की आवाज़ भी सुन
मेरे फ़साने पे न जा
मेरी नज़रों की तरफ़ देख
ज़माने पे न जा
इक नज़र फ़ेर ले जीने की इजाज़त दे दे
रूठने वाले वो पहली सी मुहब्बत दे दे
इश्क़ मासूम है
इलज़ाम लगाने पे न जा
मेरी नज़रों की...
वक़्त इनसान पे ऐसा भी कभी आता है
राह में छोड़ के साया भी चला जाता है
दिन भी निकलेगा कभी
रात के आने पे न जा
मेरी नज़रों की...
मैं हक़ीक़त हूँ ये इक रोज़ दिखाऊँगा तुझे
बेगुनाही पे मुहब्बत की रुलाऊँगा तुझे
दाग दिल के नहीं मिटते हैं
मिटाने पे न जा
मेरी नज़रों की...
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Music By: ओ.पी.नैय्यर
Lyrics By: शेवान रिज़वी
Performed By: मो.रफ़ी
दिल की आवाज़ भी सुन
मेरे फ़साने पे न जा
मेरी नज़रों की तरफ़ देख
ज़माने पे न जा
इक नज़र फ़ेर ले जीने की इजाज़त दे दे
रूठने वाले वो पहली सी मुहब्बत दे दे
इश्क़ मासूम है
इलज़ाम लगाने पे न जा
मेरी नज़रों की...
वक़्त इनसान पे ऐसा भी कभी आता है
राह में छोड़ के साया भी चला जाता है
दिन भी निकलेगा कभी
रात के आने पे न जा
मेरी नज़रों की...
मैं हक़ीक़त हूँ ये इक रोज़ दिखाऊँगा तुझे
बेगुनाही पे मुहब्बत की रुलाऊँगा तुझे
दाग दिल के नहीं मिटते हैं
मिटाने पे न जा
मेरी नज़रों की...