Movie/Album: पेइंग गेस्ट (1957)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
हाय हाय हाय ये निगाहें
कर दे शराबी जिसे चाहें, जिसे चाहें
मैं तो भूल गया राहें
हाय हाय हाय ये निगाहें...
रात हसीं, है जवाँ हैं नज़ारे
झूम चले हम दिल के सहारे
आज कोई हमको न पुकारे
रोकती है मेरी राहें
मय की बोतल जैसी बाहें
हाय!
हाय हाय हाय ये निगाहें...
यूँ जो समा बहका बहका हो
हम भी ज़रा बहकें तो मज़ा हो
आँख पिये और दिल को नशा हो
ये इशारे, ये अदाएँ
मय की बोतल जैसी बाहें
हाय!
हाय हाय हाय ये निगाहें...
याद नहीं मेरा प्यार यहीं है
या मेरी मंजिल और कहीं है
देखो मुझे कुछ होश नहीं है
तोबा तोबा ये निगाहें
मय की बोतल जैसी बाहें
हाय!
हाय हाय हाय ये निगाहें...
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Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
हाय हाय हाय ये निगाहें
कर दे शराबी जिसे चाहें, जिसे चाहें
मैं तो भूल गया राहें
हाय हाय हाय ये निगाहें...
रात हसीं, है जवाँ हैं नज़ारे
झूम चले हम दिल के सहारे
आज कोई हमको न पुकारे
रोकती है मेरी राहें
मय की बोतल जैसी बाहें
हाय!
हाय हाय हाय ये निगाहें...
यूँ जो समा बहका बहका हो
हम भी ज़रा बहकें तो मज़ा हो
आँख पिये और दिल को नशा हो
ये इशारे, ये अदाएँ
मय की बोतल जैसी बाहें
हाय!
हाय हाय हाय ये निगाहें...
याद नहीं मेरा प्यार यहीं है
या मेरी मंजिल और कहीं है
देखो मुझे कुछ होश नहीं है
तोबा तोबा ये निगाहें
मय की बोतल जैसी बाहें
हाय!
हाय हाय हाय ये निगाहें...