गुरुवार, 26 नवंबर 2009

गुरुज़ ऑफ़ पीस (चंदा सूरज लाखों तारे) - Gurus Of Peace (Chanda Suraj Laakhon Taare) (AR Rehman, NF Ali Khan)



Movie/Album : वन्दे मातरम (1997)
Music By : ए.आर.रहमान, नुसरत फ़तेह अली खान
Lyrics By : दिनेश कपूर, टिम कोडी
Performed By : ए.आर.रहमान, नुसरत फ़तेह अली खान

चंदा सूरज लाखों तारे
हैं जब तेरे लिए सारे
किस बात पर होती है फिर तकरारें
खिंची है लकीरें इस जमीन पे पर न खींचो देखो
बीच में दो दिलों के यह दीवारें
दुनिया में कहीं भी, दर्द से कोई भी
तड़पे तो हमको यहाँ पे
एहसास उसके ज़ख्मों का हो के
अपना भी दिल भर-भर आये रोये आँखें

वाट आर यु वेटिंग फॉर
अनदर डे अनदर डॉन
सम डे वी हेव टू फाईन्ड अ न्यु वे टू पीस

दूरी क्यों दिलों में रहे फासले क्यों बढ़ते रहे
प्यारी है ज़िन्दगी है प्यारा जहां
रिश्ते बड़ी मुश्किलों से बनते है यहाँ पे लेकिन
टूटने के लिए बस एक ही लम्हा
इश्क दवा है हर एक दर्द की
ज़ंजीर इश्क है हर एक रिश्ते की
इश्क सारी हदों को तोड़ डाले
इश्क तो दुनिया को पल में मिटा भी दे
इश्क है जो सारे जहां को अमन भी दे
रौनक इश्क से है सारे आलम की…
चंदा सूरज...
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