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शुक्रवार, 1 नवंबर 2013

गंगा बहती हो क्यों - Ganga Behti Ho Kyon (Bhupen Hazarika)



Lyrics By: नरेन्द्र शर्मा (हिन्दी)
Performed By: भूपेन हज़ारिका, कविता कृष्णमूर्ति, हरिहरन, शान

आसामी
बिस्तिर्नो पारोरे, ओखोंक्यो जोनोरे
हाहाकार क्सुनिऊ निशोब्दे निरोबे
बुरहा लुइत तुमि, बुरहा लुइत बुआ कियो?

हिन्दी
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार
करे हाहाकार निःशब्द सदा
ओ गंगा तुम
ओ गंगा बहती हो क्यूँ?

नैतिकता नष्ट हुई, मानवता भ्रष्ट हुई
निर्लज्ज भाव से बहती हो क्यूँ?
इतिहास की पुकार, करे हुंकार
ओ गंगा की धार
निर्बल जन को
सबल-संग्रामी, समग्रोगामी
बनाती नहीं हो क्यूँ?

अनपढ़ जन अक्षरहिन
अनगीन जन खाद्यविहीन
नेत्रविहीन दिक्षमौन हो क्यूँ?
इतिहास की पुकार...

व्यक्ति रहे व्यक्ति केंद्रित
सकल समाज व्यक्तित्व रहित
निष्प्राण समाज को छोड़ती ना क्यूँ?
इतिहास की पुकार...

रुदस्विनी क्यूँ न रहीं?
तुम निश्चय चितन नहीं
प्राणों में प्रेरणा देती ना क्यूँ?
उनमद अवमी कुरुक्षेत्रग्रमी
गंगे जननी, नव भारत में
भीष्मरूपी सुतसमरजयी जनती नहीं हो क्यूँ?
विस्तार है अपार...

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सोमवार, 21 अक्टूबर 2013

यारों नीलाम करो सुस्ती - Yaaron Nilaam Karo Susti (Kishore, Bhupinder, Prem Pujari)



Movie/Album: प्रेम पुजारी (1970)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: किशोर कुमार, भूपिंदर सिंह

गम पे धूल डालो, कहकहा लगा लो
अरे काँटों की डगरिया जिंदगानी है
तुम जो मुस्कुरा दो राजधानी है
ये होंठ सूखे सूखे, ये बाल रूखे रूखे
बोलो छायी उदासी क्यूँ यारों?
यारों नीलाम करो सुस्ती
हमसे उधार ले लो मस्ती
अरे हँसती का नाम तंदरुस्ती

नदी गीत गाये, झरना गुनगुनाये
कोई गीत तुम भी साथ गा दो ना
दीप एक राह पर जला दो ना
अरे हवा सीधी सीधी, सांझ पीरी पीरी
समा सुहाना कैसा देखो
यारों नीलाम करो सुस्ती...

आँख ना चुराओ, रूठ कर न जाओ
अरे फूल जल उठेंगे, इन बहारों में
धुंआ सा उड़ेगा सब नजारों में
अरे तीर मार गोरी, अरे हाँ चोरी चोरी
मेरा दिल निशाना बना यारों

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सोमवार, 23 सितंबर 2013

गोरी ज़रा हँस दे तू - Gori Zara Hans De Tu (Md.Rafi, Asli Naqli)



Movie/Album: असली नकली (1962)
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: मो.रफ़ी

गोरी ज़रा हँस दे तू, हँस दे तू
हँस दे ज़रा
ओ छोरी ज़रा हँस दे तू, हँस दे तू
हँस दे ज़रा

ओ जिद्दी छोकरी, फूलों की टोकरी
अरी जादू भरी पुड़िया
ओ छोटी सी पिटीया, गज़ भर की चुटिया
ना कर गुस्सा मेरी गुड़िया
गोरी ज़रा हँस...

जीवन के रास्ते, हँसने के वास्ते
ना रोना तू मेरी नीता
तुझको घुमाऊंगा, दुनिया दिखाऊंगा
ना कर झगड़ा मेरी रीटा
गोरी ज़रा हँस...

मेरी कठपुतली, बिजली से उजली
बड़ी भोली तेरी दुनिया
चलने में तीर है, कितनी शरीर है
बड़ी जिद्दी मेरी मुनिया
गोरी ज़रा हँस...

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रविवार, 1 सितंबर 2013

गुलों में रंग भरे - Gulon Mein Rang Bhare (Mehdi Hasan, Ghazal)




Music By: मेहदी हसन
Lyrics By: फैज़ अहमद 'फैज़'
Performed By: मेहदी हसन

गुलों में रंग भरे, बाद-ए-नौबहार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले

क़फ़स उदास है यारों, सबा से कुछ तो कहो
कहीं तो बहर-ए-ख़ुदा आज ज़िक्र-ए-यार चले
चले भी आओ...

जो हमपे गुज़री सो गुज़री मगर शब-ए-हिज्राँ
हमारे अश्क तेरे आक़बत सँवार चले
चले भी आओ...

कभी तो सुबह तेरे कुंज-ए-लब्ज़ हो आग़ाज़
कभी तो शब सर-ए-काकुल से मुश्क-ए-बार चले
चले भी आओ...

मक़ाम 'फैज़' कोई राह में जचा ही नहीं
जो कू-ए-यार से निकले तो सू-ए-दार चले
चले भी आओ...

गाने के आगे:
बड़ा है दर्द का रिश्ता, ये दिल ग़रीब सही
तुम्हारे नाम पे आयेंगे ग़मगुसार चले
चले भी आओ...

हुज़ूर-ए-यार हुई दफ़्तर-ए-जुनूँ की तलब
गिरह में लेके गरेबाँ का तार तार चले
चले भी आओ...

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मंगलवार, 27 अगस्त 2013

गम है या खुशी है तू - Gham Hai Ya Khushi Hai Tu (Ghulam Ali)



Lyrics By: नासिर काज़मी
Performed By: गुलाम अली

ग़म है या खुशी है तू
मेरी ज़िन्दगी है तू

आफतों के दौर में
चैन की घड़ी है तू
गम है या खुशी...

मेरी रात का चिराग
मेरी नींद भी है तू
गम है या खुशी...

मैं खिज़ां की शाम हूँ
रूत बहार की है तू
गम है या खुशी...

दोस्तों के दरमियाँ
वजह दोस्ती है तू
गम है या खुशी...

मेरी सारी उम्र में
एक ही कमी है तू
गम है या खुशी...

मैं तो वो नहीं रहा
हाँ, मगर वोही है तू
गम है या खुशी...

'नासिर' इस दयार में
कितना अजनबी है तू
गम है या खुशी...

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शनिवार, 13 अप्रैल 2013

गुनगुना रहे हैं भँवरे - Gunguna Rahe Hain Bhanwre (Lata, Rafi)



Movie/Album: अराधना (1969)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर, मो.रफ़ी

गुनगुना रहे हैं भँवरे
खिल रही हैं कली कली
गली गली, कली कली
गुनगुना रहे...

ज़रा देखो सजन
बेईमान भँवरा कैसे मुसकाये
हाय कली यूँ शरमाये
घूँघट में जैसे कोई छुप जाये
ऋतु ऐसी हाए, कैसी
ये पवन चली गली गली
गुनगुना रहे हैं भँवरे...

किसी को क्या कहें
हम दोनो भी हैं देखो कुछ खोये
खोये हुआ क्या ओए
ओए जागे जिया में अरमान सोये
ऋतु ऐसी हाए कैसी
ये पवन चली गली गली
गुनगुना रहे हैं भँवरे...

सुनो पास न आओ
कलियों के बहाने प्यार न जताओ
जाओ चलो बात न बनाओ
भँवरे के बहाने आँख न लड़ाओ
ऋतु ऐसी हाए कैसी
ये पवन चली गली गली
गुनगुना रहे हैं भँवरे...

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मंगलवार, 15 जनवरी 2013

गुस्ताख दिल - Gustakh Dil (English Vinglish, Amit Trivedi, Shilpa Rao)



Movie/Album: इंग्लिश विन्ग्लिश (2012)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: अमित त्रिवेदी, शिल्प राव

गुस्ताख दिल, दिल में मुश्किल, मुश्किल में दिल
गुस्ताख दिल, थोड़ा संगदिल, थोड़ा बुजदिल
दर्द के दर पे, ठहरा है क्यूँ
सज़ा-सज़ा ये खुद को क्यूँ देता नहीं
हँसने की धुन में, रोता है क्यूँ
सही क्या, गलत क्या, ये कुछ भी समझता नहीं
गुस्ताख दिल...

है बर्फ सी सांसों में, आँखों में धुआं-धुआं
ये हर पल क्यूँ, खेले है, ग़म का, ख़ुशी का, जुआ-जुआ
ये उम्मीदों भरा, ये खुद से ही डरा
सुलझे धागों में, उलझा है क्यूँ
सलाहें-सलाहें ये खुद की भी सुनता नहीं
गुस्ताख दिल...

क्यूँ बातों ही बातों में फिसलती है, ज़ुबां-ज़ुबां
किसी शय ना, ठहरती है, बहकती है, निगाह निगाह
ये कैसे कब हुआ, ये कह दूँ क्यूँ हुआ
गिरता नहीं तो, संभालता है क्यूँ
झुकाए-झुकाए ये मगरूर झुकता नहीं
गुस्ताख दिल...

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रविवार, 16 सितंबर 2012

देखा है ऐसे भी - Dekha Hai Aise Bhi (Lucky Ali, Sifar)



Movie/Album: सिफर (1998)
Music By: लकी अली
Lyrics By: स्येद असलम नूर
Performed By: लकी अली

घर को मैं निकला, तन्हां अकेला
साथ मेरे कौन है, यार है मेरा
जो भी करना था, कर आ गया मैं
प्यार को ही मानते, चलते जाना
देखा है ऐसे भी, किसी को ऐसे ही
अपने भी दिल में बसाये हुए कुछ इरादे हैं
दिल के किसी कोने में भी कुछ ऐसे ही वादे हैं
इनको लिए जब हम चले, नज़ारे भी हमसे मिले
देखा है ऐसे भी...

हँसते हँसाते यूँ सब को मनाते हम जायेंगे
बरसों की दूरी को मिलके हम साथ मिटायेंगे
प्यार रहे उनके लिए, जो ढूंढे वो उनको मिले

थोड़ा सा गरज है, थोड़ी सी समझ है
चाहतों के दायरे में इतना फ़रज़ है
कोई कहता है, कि घर आ गया है
आरज़ू भी अर्ज़ है, पढ़ते जाना
देखा है ऐसे भी...
दिल के झरोखों में अब भी मोहब्बत के साये हैं
रह जाएँ जो बाद में भी हमारे वो पाए हैं
इनके लिए अब तक चलें, हज़ारों में हम भी मिले

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शुक्रवार, 14 सितंबर 2012

गोरी तेरी आँखें कहें - Gori Teri Aankhein Kahein (Lucky Ali, Kavita Krishnamurthy)



Movie/Album: गोरी तेरी आँखें (2001)
Music By: लकी अली
Lyrics By: असलम
Performed By: लकी अली

गोरी तेरी आँखें कहें, रात भर सोयी नहीं
चंदा देखे चुपके कहीं, और तारे जानते हैं सभी
के किसने दिल ले लिया, किसको दिल दे दिया
ये दिल का लगाना कोई जानता नहीं
गोरी तेरी आँखें...

दिल में तेरी याद बसी तू समझेगा नहीं
जो है मेरे पास है तेरा, मेरा कुछ नहीं
क्यूँ अंखियाँ छुपाऊँ, क्यूँ तुझको सताऊँ
दिल तोड़ के तेरा मैं क्या पाऊं
बोल पिया बोल पिया बोल...

साजन तेरी बातें बड़ी, के मैं रात भर सोयी नहीं
चंदा ने भी देखा नहीं, और तारों को ये मालूम नहीं
कि मैंने तुझे दिल दिया, तेरा दिल ले लिया
मेरा तू ही है बहाना, क्यूँ मानता नहीं
साजन तेरी बातें बड़ी...

आते जाते मौसम जैसे लगते थे सभी
हमने भी तो माँगा रब से अपना भी कोई
दुनिया से बचाऊँ, पलकों में छुपाऊं
दिल जीत के तेरा सबको बताऊँ
सुन गोरी...
गोरी तेरी आँखें...

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सोमवार, 6 अगस्त 2012

गोविंदा आला रे आला - Govinda Aala Re Aala (Md.Rafi)



Movie/Album: ब्लफ़ मास्टर ()
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: मो.रफ़ी

गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला

आई माखन के चोरों की सेना
ज़रा बच के सम्भल के जी रहना
बड़ी नटखट है फ़ौज
कहीं आई जो मौज
नहीं बचने का कोई भी ताला ताला
गोविंदा आला रे...

हो कैसी निकली है झूम के ये टोली
आज खेलेगी दूध से ये होली
भीगे कितना भी अंग
ठंडी हो ना उमंग
पड़े इनसे किसी का न पाला पाला
गोविंदा आला रे...

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सोमवार, 28 मई 2012

गाता रहे मेरा दिल - Gaata Rahe Mera Dil (Kishore Kumar, Lata Mangeshkar)



Movie/Album: गाईड (1965)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर

गाता रहे मेरा दिल
तू ही मेरी मंज़िल
कहीं बीतें ना ये रातें
कहीं बीतें ना ये दिन

प्यार करने वाले, अरे प्यार ही करेंगे
जलने वाले चाहे जल-जल मरेंगे
मिलके जो धड़के हैं दो दिल हरदम ये कहेंगे
कहीं बीतें ना...

ओ मेरे हमराही, मेरी बाँह थामे चलना
बदले दुनिया सारी, तुम न बदलना
प्यार हमे भी सिखला देगा, गर्दिश में सम्भलना
कहीं बीतें ना...

दूरियाँ अब कैसी, अरे शाम जा रही है
हमको ढलते-ढलते समझा रही है
आती-जाती साँस जाने कब से गा रही है
कहीं बीतें ना...

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मंगलवार, 13 मार्च 2012

गोरी तेरा गाँव बड़ा प्यारा - Gori Tera Gaaon Bada Pyaara (Yesudas)



Movie/Album: चितचोर (1976)
Music By: रविन्द्र जैन
Lyrics By: रविन्द्र जैन
Performed By: येसुदास

गोरी तेरा गाँव बड़ा प्यारा
मैं तो गया मारा
आ के यहाँ रे, आ के यहाँ रे
उसपर रूप तेरा सादा
चन्द्रमा जूँ आधा
आधा जवाँ रे, आधा जवाँ रे

जी करता है मोर के पैरों में पायलिया पहना दूँ
कुहू-कुहू गाती कोयलिया को फूलों का गहना दूँ
यहीं घर अपना बनाने को, पंछी करे देखो
तिनके जमा रे, तिनके जमा रे
उसपर रूप तेरा सादा...

रंग बिरंगे फूल खिले हैं, लोग भी फूलों जैसे
आ जाए इक बार यहाँ जो, जायेगा फिर कैसे
झर झर झरते हुए झरने, मन को लगे हरने
ऐसा कहाँ रे, ऐसा कहाँ रे
उसपर रूप तेरा सादा...

परदेसी अन्जान को ऐसे कोई नहीं अपनाता
तुम लोगों से जुड़ गया जैसे जनम-जनम का नाता
अपनी धुन में मगन डोले, लोग यहाँ बोले
दिल की ज़बाँ रे, दिल की ज़बाँ रे
गोरी तेरा गाँव...

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शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012

घूँघट की आड़ से दिलबर का - Ghoonghat Ki Aad Se Dilbar Ka (Kumar Sanu, Alka Yagnik)



Movie/Album: हम हैं राही प्यार के (1993)
Music By: नदीम-श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानू, अलका याग्निक

घूँघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े, आशिक़ की नज़र
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का

घूँघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना मिले, नज़रों से नज़र
इक़रार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर का

गोरे मुखड़े से घूँघटा हटाने दे
घड़ी अपने मिलन की तो आने दे
मेरे दिल पे नहीं मेरा काबू है
कुछ नहीं ये चाहत का जादू है
बढ़ती ही जाती हैं सनम प्यार की ये बेखुदी हो
दो प्रेमियों के ना मिलने से
संसार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े...

बाग में गुल का खिलना ज़रूरी है
हाँ मोहब्बत में मिलना ज़रूरी है
पास आने का अच्छा बहाना है
क्या करूं मैं कि मौसम दीवाना है
दिल मेरा धड़काने लगी अब तो ये दीवानगी हो
बिना किसी यार के जान-ए-जां
ये प्यार अधूरा रहता है
जब तक न मिले...

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सोमवार, 20 फ़रवरी 2012

गुलाबी आँखें जो तेरी देखी - Gulabi Aankhein Jo Teri Dekhi (Md.Rafi)



Movie/Album: द ट्रेन (1970)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी

गुलाबी आँखें, जो तेरी देखी, शराबी ये दिल हो गया
सम्भालो मुझको, ओ मेरे यारों, सम्भलना मुश्किल हो गया

दिल में मेरे, ख़्वाब तेरे, तस्वीरें जैसे हों दीवार पे
तुझपे फ़िदा, मैं क्यूँ हुआ, आता है गुस्सा मुझे प्यार पे
मैं लुट गया, मान के दिल का कहा
मैं कहीं का ना रहा, क्या करूँ मैं दिलरुबा
हुआ ये जादू तेरी आँखों का, ये मेरा क़ातिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी...

मैंने सदा, चाहा यही, दामन बचा लूं हसीनों से मैं
तेरी क़सम, ख़्वाबों में भी, बचता फिरा नाज़नीनों से मैं
तौबा मगर, मिल गई तुझसे नज़र
मिल गया दर्द-ए-जिगर, सुन ज़रा ओ बेख़बर
ज़रा सा हँस के, जो देखा तूने मैं तेरा बिस्मिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी...

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मंगलवार, 15 मार्च 2011

गर तुम भुला न - Gar Tum Bhula Na (Md.Rafi)



Movie/Album : यकीन (1969)
Music By : शंकर-जयकिशन
Lyrics By : हसरत जयपुरी
Performed By : मो.रफ़ी

गर तुम भुला न दोगे, सपने ये सच ही होंगे
हम-तुम जुदा न होंगे

मालिक ने अपने हाथों, जिस दम हमें बनाया
डाली दिलों में धड़कन, और दिल से दिल मिलाया
फिर प्यार का फ़रिश्ता, दुनिया में लेके आया
गर तुम...

जीवन के हर सफ़र में, हम साथ ही रहेंगे
दुनिया की हर डगर पर, हम साथ ही चलेंगे
हम साथ ही जीयेंगे, हम साथ ही मरेंगे
गर तुम...

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शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2011

गैरों पे करम - Gairon Pe Karam (Lata Mangeshkar)



Movie/Album : आँखें (1968)
Music By : रवि
Lyrics By : साहिर लुधियानवी
Performed By : लता मंगेशकर

गैरों पे करम, अपनों पे सितम
ऐ जान-ए-वफ़ा, ये ज़ुल्म न कर
रहने दे अभी थोड़ा सा भरम
ऐ जान-ए-वफ़ा, ये ज़ुल्म न कर

हम चाहने वाले हैं तेरे, यूं हमको जलाना ठीक नहीं
महफ़िल में तमाशा बन जाएँ, इस दर्जा सताना ठीक नहीं
मर जायेंगे हम, मिट जायेंगे हम
ऐ जान-ए-वफ़ा...

गैरों के थिरकते शानें पर, ये हाथ गंवारा कैसे करें
हर बात गंवारा है लेकिन, ये बात गंवारा कैसे करें
तुझको तेरी बेदर्दी की कसम
ऐ जान-ए-वफ़ा...

हम भी थे तेरे मंज़ूर-ए-नज़र, जी चाहे तो अब इकरार ना कर
सौ तीर चला सीने पे मगर, बेगानों से मिलकर वार न कर
बेमौत कहीं मर जाएं न हम
ऐ जान-ए-वफ़ा...

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गाड़ी बुला रही है - Gaadi Bula Rahi Hai (Kishore Kumar)



Movie/Album : दोस्त (1974)
Music By : लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By : आनंद बक्षी
Performed By : किशोर कुमार

गाड़ी बुला रही है, सीटी बजा रही है
चलना ही ज़िंदगी है, चलती ही जा रही है

देखो वो रेल, बच्चों का खेल, सीखो सबक जवानों
सर पे है बोझ, सीने में आग, लब पर धुंआ है जानो
फिर भी ये गा रही है, नगमें सुना रही है
गाड़ी बुला...

आगे तूफ़ान, पीछे बरसात, ऊपर गगन पे बिजली
सोचे न बात, दिन हो के रात, सिगनल हुआ के निकली
देखो वो आ रही है, देखो वो जा रही है
गाड़ी बुला...

आते हैं लोग, जाते हैं लोग, पानी के जैसे रेले
जाने के बाद, आते हैं याद, गुज़रे हुए वो मेले
यादें मिटा रही हैं, यादें बना रही हैं
गाड़ी बुला...

गाड़ी को देख, कैसी है नेक, अच्छा बुरा न देखे
सब हैं सवार, दुश्मन के यार, सबको चली ये लेके
जीना सिखा रही है, मरना सिखा रही है
गाड़ी बुला...

गाड़ी का नाम, ना कर बदनाम, पटरी पे रख के सर को
हिम्मत न हार, कर इंतज़ार, आ लौट जाएं घर को
ये रात जा रही है, वो सुबह आ रही है
गाड़ी बुला...

सुन ये पैगाम, ये है संग्राम, जीवन नहीं है सपना
दरिया को फ़ांद, पवर्त को चीर, काम है ये उसका अपना
नींदें उड़ा रही है, जागो जगा रही है
गाड़ी बुला...

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गुरुवार, 28 अक्टूबर 2010

गीत (कुछ नया तो ज़रूर है) - Geet (Kuch Naya To Zaroor Hai) (Amit Trivedi, Amitabh Bhattacharya)



Movie/Album : उड़ान (2010)
Music By : अमित त्रिवेदी
Lyrics By : अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By : अमित त्रिवेदी, अमिताभ भट्टाचार्य

गीत में ढ़लते लफ़्ज़ों में
ताल पे चलती नब्जों में
नया कुछ नया तो ज़रूर है
शाम से ले के सहरों में
धुप जड़ी दोपहरों में
नया कुछ नया...

क्या बात है, जो बात है, ताज़ा लगे
ज़िन्दगी की, नयी-नयी फ़ज़ा लगे
हाँ ये उमंगो से फूला हुआ सीना है
लम्हा ये माँगा नहीं, इसे हमने छीना है
यूँ ही जीना है

धूल जमी थी आँखों में
ख्वाब खिले अब लाखों में
नया कुछ नया...
दर्द की बातें कल की हैं
आज में खुशियाँ छलकी हैं
नया कुछ नया...
जेबों में हम, रातें लिए, घुमा करे
फुर्सत के ये, मौके सभी, झूमा करे
हाँ ये उमंगो...

हथेली में है, नयी गर्मियां
जुनूं सख्त है, गयी नर्मियां
है दिलचस्प ये आग से
मिटेंगे नहीं याद से
गीत में ढ़लते...

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सोमवार, 25 अक्टूबर 2010

घुंघरू की तरह- Ghungroo Ki Tarah (Kishore Kumar)



Movie/Album : चोर मचाए शोर (1974)
Music By : रविन्द्र जैन
Lyrics By : रविन्द्र जैन
Performed By : किशोर कुमार

घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूँ मैं
कभी इस पग में, कभी उस पग में
बंधता ही रहा हूँ मैं
घुंघरू...

कभी टूट गया, कभी तोड़ा गया
सौ बार मुझे फिर जोड़ा गया
यूँ ही लुट-लुट के, और मिट-मिट के
बनता ही रहा हूँ मैं
घुंघरू...

मैं करता रहा औरों की कही
मेरी बात मेरे मन ही में रही
कभी मंदिर में, कभी महफ़िल में
सजता ही रहा हूँ मैं
घुंघरू...

अपनों में रहे या गैरों में
घुंघरू की जगह तो है पैरों में
फिर कैसा गिला जग से जो मिला
सहता ही रहा हूँ मैं
घुंघरू...

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गुरुवार, 26 नवंबर 2009

गुरुज़ ऑफ़ पीस (चंदा सूरज लाखों तारे) - Gurus Of Peace (Chanda Suraj Laakhon Taare) (AR Rehman, NF Ali Khan)



Movie/Album : वन्दे मातरम (1997)
Music By : ए.आर.रहमान, नुसरत फ़तेह अली खान
Lyrics By : दिनेश कपूर, टिम कोडी
Performed By : ए.आर.रहमान, नुसरत फ़तेह अली खान

चंदा सूरज लाखों तारे
हैं जब तेरे लिए सारे
किस बात पर होती है फिर तकरारें
खिंची है लकीरें इस जमीन पे पर न खींचो देखो
बीच में दो दिलों के यह दीवारें
दुनिया में कहीं भी, दर्द से कोई भी
तड़पे तो हमको यहाँ पे
एहसास उसके ज़ख्मों का हो के
अपना भी दिल भर-भर आये रोये आँखें

वाट आर यु वेटिंग फॉर
अनदर डे अनदर डॉन
सम डे वी हेव टू फाईन्ड अ न्यु वे टू पीस

दूरी क्यों दिलों में रहे फासले क्यों बढ़ते रहे
प्यारी है ज़िन्दगी है प्यारा जहां
रिश्ते बड़ी मुश्किलों से बनते है यहाँ पे लेकिन
टूटने के लिए बस एक ही लम्हा
इश्क दवा है हर एक दर्द की
ज़ंजीर इश्क है हर एक रिश्ते की
इश्क सारी हदों को तोड़ डाले
इश्क तो दुनिया को पल में मिटा भी दे
इश्क है जो सारे जहां को अमन भी दे
रौनक इश्क से है सारे आलम की…
चंदा सूरज...

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