गुरुवार, 28 अक्टूबर 2010

गीत (कुछ नया तो ज़रूर है) - Geet (Kuch Naya To Zaroor Hai) (Amit Trivedi, Amitabh Bhattacharya)



Movie/Album : उड़ान (2010)
Music By : अमित त्रिवेदी
Lyrics By : अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By : अमित त्रिवेदी, अमिताभ भट्टाचार्य

गीत में ढ़लते लफ़्ज़ों में
ताल पे चलती नब्जों में
नया कुछ नया तो ज़रूर है
शाम से ले के सहरों में
धुप जड़ी दोपहरों में
नया कुछ नया...

क्या बात है, जो बात है, ताज़ा लगे
ज़िन्दगी की, नयी-नयी फ़ज़ा लगे
हाँ ये उमंगो से फूला हुआ सीना है
लम्हा ये माँगा नहीं, इसे हमने छीना है
यूँ ही जीना है

धूल जमी थी आँखों में
ख्वाब खिले अब लाखों में
नया कुछ नया...
दर्द की बातें कल की हैं
आज में खुशियाँ छलकी हैं
नया कुछ नया...
जेबों में हम, रातें लिए, घुमा करे
फुर्सत के ये, मौके सभी, झूमा करे
हाँ ये उमंगो...

हथेली में है, नयी गर्मियां
जुनूं सख्त है, गयी नर्मियां
है दिलचस्प ये आग से
मिटेंगे नहीं याद से
गीत में ढ़लते...
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