Movie/Album: वेक अप सिड (2009)
Music By: शंकर एहसान लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: कविता सेठ, अमिताभ भट्टाचार्य
ओरे मनवा तू तो बावरा है
तू ही जाने तू क्या सोचता है
बावरे
क्यूँ दिखाए सपने तू सोते जागते
जो बरसें सपने बूँद-बूँद
नैनों को मूँद-मूँद
कैसे मैं चलूँ देख न सकूं
अनजाने रास्ते
गूंजा सा है कोई इकतारा इकतारा
धीमे बोले कोई इकतारा
सुन रही हूँ सुधबुध खो के
कोई मैं कहानी
पूरी कहानी है क्या, किसे है पता
में तो किसी की हो के, ये भी न जानी
रुत है यह दो पल की या, रहेगी सदा
किसे है पता..
जो बरसें सपने बूँद-बूँद
नैनों को मूँद-मूँद
कैसे मैं चलूँ, देख न सकूं
अनजाने रास्ते
गूंजा सा है कोई इकतारा इकतारा...
धीमे बोले कोई इकतारा...
Share:
Music By: शंकर एहसान लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: कविता सेठ, अमिताभ भट्टाचार्य
ओरे मनवा तू तो बावरा है
तू ही जाने तू क्या सोचता है
बावरे
क्यूँ दिखाए सपने तू सोते जागते
जो बरसें सपने बूँद-बूँद
नैनों को मूँद-मूँद
कैसे मैं चलूँ देख न सकूं
अनजाने रास्ते
गूंजा सा है कोई इकतारा इकतारा
धीमे बोले कोई इकतारा
सुन रही हूँ सुधबुध खो के
कोई मैं कहानी
पूरी कहानी है क्या, किसे है पता
में तो किसी की हो के, ये भी न जानी
रुत है यह दो पल की या, रहेगी सदा
किसे है पता..
जो बरसें सपने बूँद-बूँद
नैनों को मूँद-मूँद
कैसे मैं चलूँ, देख न सकूं
अनजाने रास्ते
गूंजा सा है कोई इकतारा इकतारा...
धीमे बोले कोई इकतारा...