Movie/Album : राजनीती (2010)
Music By : प्रीतम
Lyrics By : इरशाद कामिल
Performed By : मोहित चौहान, अंतरा मित्रा
आई मेरी सुबह हंसती हंसाती
बोली आँखें तेरे लिए संदेसा है,
जागी आँखों को भी सपना मिलेगा
कोई ख़ुशी आने का भी अंदेशा है,
गुलाबी सी सुबह, शराबी सी हवा
भीगी सी भागी सी, मेरी बाजुओं में समाये
जोगी सी जागी सी, कोई प्रेम/राम धुन वो सुनाये
राहें-वाहें बोले बातें रूमानी
आओ बैठो सुनो बातें कहानी है,
ताज़ी-ताज़ी लगे हमको रोजाना
तेरी मेरी बातें यूँ तो पुरानी है,
ख्यालों से पले, ये ज़िन्दगी चले
भीगी सी...
मेरी आँखों कि सिआही, पिया देती है गवाही
मैं प्यासी थी निरासी, तू पानी की सुराही
तुझे देखा तो खिला हूँ, तेरे चाहत में धुला हूँ
मिले मंदिर में खुदा जो, मैं तो तुझमें यूँ मिला हूँ
ढूंढे ना अब कोई, मैं खोया तू खोयी
भीगी सी...
Share: