Movie/Album : सुजाता (1959)
Music By : एस.डी.बर्मन
Lyrics By : मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By : आशा भोंसले
तुम जियो हज़ारों साल
साल के दिन हों पचास हज़ार
सूरज रोज़ आता रहे, रोज़ गाता रहे
लेके किरणों के मेले
पलछिन, कलियाँ गिन, गिन तेरा हर दिन
तब तक रंगों से खेलें
रंग जब तक बाकी है बहारों में
तुम जियो...
यहाँ-वहां, शाम हो चाहे जहाँ
यूँ ही झूमे शमा, सुन के तुम्हारी बातें
प्यार लिए, चाँद का टिका लिए
यूँ ही जुगनू लिए, चमके तुम्हारी रातें
नूर जब तक बाकी है सितारों में
तुम जियो...
Music By : एस.डी.बर्मन
Lyrics By : मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By : आशा भोंसले
तुम जियो हज़ारों साल
साल के दिन हों पचास हज़ार
सूरज रोज़ आता रहे, रोज़ गाता रहे
लेके किरणों के मेले
पलछिन, कलियाँ गिन, गिन तेरा हर दिन
तब तक रंगों से खेलें
रंग जब तक बाकी है बहारों में
तुम जियो...
यहाँ-वहां, शाम हो चाहे जहाँ
यूँ ही झूमे शमा, सुन के तुम्हारी बातें
प्यार लिए, चाँद का टिका लिए
यूँ ही जुगनू लिए, चमके तुम्हारी रातें
नूर जब तक बाकी है सितारों में
तुम जियो...