Movie/Album : मेरे सनम (1965)
Music By : ओमकार प्रसाद नैय्यर
Lyrics By : मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By : आशा भोंसलेMusic By : ओमकार प्रसाद नैय्यर
Lyrics By : मजरूह सुल्तानपुरी
ये है रेशमी जुल्फों का अँधेरा न घबराइए
जहाँ तक महक है मेरे केसुओं की चले आइये
सुनिए तो ज़रा, जो हकीक़त है कहते हैं हम
खुलते रुकते इन रंगीं लबों की कसम
जल उठेंगे दिये जुगनुओं की तरह
जी तबस्सुम तो फरमाइए
प्यासी है नज़र, ये भी कहने की है बात क्या
तुम हो मेहमां, तो न ठहरेगी ये रात क्या
रात जाए रहे, आप दिल में मेरे
अरमां बन के रह जाईये