Singer: Mohd. Rafi
रहा गर्दिशों में हरदम मेरे इश्क़ का सितारा
कभी डगमगायी कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोई दिल के खेल देखे कि मुहब्बतों की बाज़ी
वो क़दम क़दम पे जीते, मैं क़दम क़दम पे हारा
ये हमारी बदनसीबी जो नहीं तो और क्या है
कि उसी के हो गये हम, जो न हो सका हमारा
पड़े जब ग़मों से पाले रहे मिटके मिटनेवाले
जिसे मौत ने न पूछा, उसे ज़िंदगी ने मारा
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