Singer: Mohd. Rafi
आज कल हमसे रूठे हुए हैं सनम
प्यार में हो रहे हैं सितम पे सितम
लेकिन ख़ुदा की क़सम
होंगे जिस रोज़ हम आमने-सामने
सारे शिकवे गिले दूर हो जाएँगे
उनके हर नाज़ की हमने तारीफ़ की
शुक्रिया भी न कहने की तक़लीफ़ की
हमने देखा तो परदे में वो छुप गए
क्या पता था वो मग़रूर हो जाएँगे
ख़ूबसूरत है वो और मासूम हैं
अब ये बातें कहाँ उनको मालूम हैं
जो फ़साने फ़क़त अपने होंठों पे हैं
हर गली में ये मशहूर हो जाएँगे
हमको अपनी निगाहों पे है ऐतबार
एक दिन उनको कर देंगे हम बेक़रार
जिस तरह हम मुहब्बत में मजबूर हैं
इस तरह वो भी मजबूर हो जाएँगे
Share: