Movie/Album: कसमे वादे (1978)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलशन बावरा
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले, मो.रफ़ी
मिले जो कड़ी-कड़ी, एक ज़ंजीर बने
प्यार के रंग भरो, ज़िन्दा तस्वीर बने
ओ हमसफ़र बन के चलो, तो सुहाना है सफ़र
जो अकेला ही रहे, उसे ना मिले डगर
मार के मन को जीये तो क्या जीये
ज़िन्दगी है मुस्कराने के लिए
जो भी पल बीत गया, लौट के आता नहीं
जो भी है यहीं पे है, साथ कुछ जाता नहीं
मिले जो कड़ी-कड़ी...
चाहे और कुछ न मुझे यार दे
यार तू जी भर के मुझे प्यार दे
बड़ी मुश्क़िल से भला, यार मिलता है यहाँ
कोई हमराज़ न हो, तो है सूना ये जहां
मिले जो कड़ी-कड़ी...
जाने एक दिन ये कैसे हो गया
चलते-चलते मैं राहों में खो गया
सुबह का भूला हुआ, शाम घर लौट आए
उसे भूला न कहो, यही है अपनी राय
मिले जो कड़ी-कड़ी...
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Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलशन बावरा
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले, मो.रफ़ी
मिले जो कड़ी-कड़ी, एक ज़ंजीर बने
प्यार के रंग भरो, ज़िन्दा तस्वीर बने
ओ हमसफ़र बन के चलो, तो सुहाना है सफ़र
जो अकेला ही रहे, उसे ना मिले डगर
मार के मन को जीये तो क्या जीये
ज़िन्दगी है मुस्कराने के लिए
जो भी पल बीत गया, लौट के आता नहीं
जो भी है यहीं पे है, साथ कुछ जाता नहीं
मिले जो कड़ी-कड़ी...
चाहे और कुछ न मुझे यार दे
यार तू जी भर के मुझे प्यार दे
बड़ी मुश्क़िल से भला, यार मिलता है यहाँ
कोई हमराज़ न हो, तो है सूना ये जहां
मिले जो कड़ी-कड़ी...
जाने एक दिन ये कैसे हो गया
चलते-चलते मैं राहों में खो गया
सुबह का भूला हुआ, शाम घर लौट आए
उसे भूला न कहो, यही है अपनी राय
मिले जो कड़ी-कड़ी...