Movie/Album: मिलन (1967)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मुकेश
मुबारक हो सबको समां ये सुहाना
मैं खुश हूँ मेरे आँसुओं पे न जाना
मैं तो दीवाना, दीवाना, दीवाना
हज़ारों तरह के ये होते हैं आँसू
अगर दिल में ग़म हो तो रोते हैं आँसू
खुशी में भी आँखें भिगोते हैं आँसू
इन्हें जान सकता नहीं ये ज़माना
मैं खुश हूँ...
ये शहनाइयाँ दे रही हैं दुहाई
कोई चीज़ अपनी हुई है पराई
किसी से मिलन है, किसी से जुदाई
नए रिश्तों ने तोड़ा नाता पुराना
मैं खुश हूँ...
ये बोले समय की नदी का बहाव
ये बाबुल की गलियाँ, ये माझी की नाव
चली हो तो गोरी, सुनो भूल जाओ
ना फिर याद करना, ना फिर याद आना
मैं खुश हूँ...
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Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मुकेश
मुबारक हो सबको समां ये सुहाना
मैं खुश हूँ मेरे आँसुओं पे न जाना
मैं तो दीवाना, दीवाना, दीवाना
हज़ारों तरह के ये होते हैं आँसू
अगर दिल में ग़म हो तो रोते हैं आँसू
खुशी में भी आँखें भिगोते हैं आँसू
इन्हें जान सकता नहीं ये ज़माना
मैं खुश हूँ...
ये शहनाइयाँ दे रही हैं दुहाई
कोई चीज़ अपनी हुई है पराई
किसी से मिलन है, किसी से जुदाई
नए रिश्तों ने तोड़ा नाता पुराना
मैं खुश हूँ...
ये बोले समय की नदी का बहाव
ये बाबुल की गलियाँ, ये माझी की नाव
चली हो तो गोरी, सुनो भूल जाओ
ना फिर याद करना, ना फिर याद आना
मैं खुश हूँ...