Movie/Album: नौ दो ग्यारह (1957)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले
आँखों में क्या जी, रुपहला बादल
बादल में क्या जी, किसी का आँचल
आँचल में क्या जी, अजब सी हलचल
रंगीं है मौसम
तेरे दम की बहार है
फिर भी है कुछ कम
बस तेरा इंतज़ार है
देखने में भोले हो पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...
झुकती है पलकें
झुकने दो और झूम के
उड़ती है ज़ुल्फें
उड़ने दो होंठ चूम के
देखने में भोले हो पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...
झूमें लहराएं
नयना मिल जाये नैन से
साथी बन जाएँ
रस्ता कट जाये चैन से
देखने में भोले हो पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...
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Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले
आँखों में क्या जी, रुपहला बादल
बादल में क्या जी, किसी का आँचल
आँचल में क्या जी, अजब सी हलचल
रंगीं है मौसम
तेरे दम की बहार है
फिर भी है कुछ कम
बस तेरा इंतज़ार है
देखने में भोले हो पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...
झुकती है पलकें
झुकने दो और झूम के
उड़ती है ज़ुल्फें
उड़ने दो होंठ चूम के
देखने में भोले हो पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...
झूमें लहराएं
नयना मिल जाये नैन से
साथी बन जाएँ
रस्ता कट जाये चैन से
देखने में भोले हो पर हो बड़े चंचल
आँखों में क्या जी...