Movie/Album: माया मेमसाहब (1993)
Music By: हृदयनाथ मंगेशकरLyrics By: गुलज़ार
Performed By: लता मंगेशकर
ओ दिल बंजारे, जा रे
खोल डोरियाँ सब खोल दे
ओ दिल बंजारे
धूप से छनती छाँव
ओक में भरना चाहूँ
आँख से छनते सपने
होंठ से चखना चाहूँ
ये मन संसारी, बोले
एक बार तो अब डोल दे
ओ दिल बंजारे...
रात का बीता सपना
दिन में दिल दोहराए
जाने कौन है आकर
साँसों को छू जाए
ये दिल अनजाना, बोले
एक बार तो लब खोल दे
ओ दिल बंजारे...