रविवार, 24 अक्तूबर 2010

अकेले हैं चले आओ जहाँ हो



Singer: Mohd. Rafi

अकेले हैं चले आओ जहाँ हो
कहाँ आवाज़ दें तुमको कहाँ हो

तुम्हें हम ढूँढते हैं हमें दिल ढूँढता है
न अब मंज़िल है कोई न कोई रास्ता है

ये तनहाई का आलम और इस पर आपका ग़म
न जीते हैं न मरते बताओ क्या करें हम

(चले आओ, चले आओ, चले आओ)


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